- May 9, 2016
वनाग्नि प्रकरणों की समीक्षा :- एस. रामास्वामी,अपर मुख्य सचिव
उत्तराखंड ————————- अपर मुख्य सचिव वन, एस. रामास्वामी ने शनिवार दिनांक 07 मई, 2016 को वनाग्नि के प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि आज वनाग्नि का कोई भी नया प्रकरण प्रकाश में नहीं आया है। जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार वर्तमान में कोई भी एक्टीव फाॅयर नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए फाॅरेस्ट एक्ट के तहत पूर्व में जनपद नैनीताल में 2 व्यक्ति एवं पिथौरागढ़ में 1 व्यक्ति इस प्रकार कुल 03 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। जनपद पिथौरागढ़ में दिनांक 06 मई, 2016 को रमेश राम पुत्र जमन राम, ग्रामकोली कन्याल तथा आज दिनांक 07 मई, 2016 को अमर सिंह पुत्र आन सिंह, ग्रामगराली को अस्कोट वन्यजीव विहार क्षेत्र में वनों में आग लगाते समय पकड़ा गया। उक्त दोनों व्यक्तियों ने ग्राम पंचायत एवं ग्राम समूह के समक्ष जुर्म कबूल किया गया।
उक्त दोनों अपराधियों से क्रमशः रू. 15,000/ व रू. 18,000/का जुर्माना वसूल किया गया। उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या में भी कोई परिवर्तन नही है। वनाग्नि से प्रभावित कुल क्षेत्रफल 4015.5 हेक्टेयर एवं वनाग्नि मामलों की आज तक संख्या कुल 1828 है। उन्होंने बताया कि वन विभाग भारतीय मौसम विभाग से लगातार सम्पर्क में हैं और मौसम विभाग द्वारा दिनांक 07 मई, 2016 से राज्य में हल्की से मध्यम वर्षा की सूचना प्रसारित की गई है।
अपर मुख्य सचिव वन, श्री रामास्वामी ने बताया कि राजाजी नेशनल पार्क 9411177/ 402 तथा 9758762860 कार्बेट टाइगर रिजर्व राष्ट्रीय पार्क 18001804033 नैनीताल चिड़ियाघर 9411376605 एवं नन्धौर वाइल्ड लाइफ सैंचुरी ( 9411076337, 9458192218) के द्वारा सचल वन्यजीव रेस्क्यू वाहन (वाईल्ड लाईफ रेस्क्यू रेपिड रिस्पाॅन्स स्क्वाड) 24 घण्टे तैनात हैं।
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड द्वारा समस्त वन प्रभागों को भी ऐसी स्थिति पर त्वरित कार्यवाही करने के दिशानिर्देश दिये गये हैं। पिछले 24 घण्टों में इन स्क्वाडों के द्वारा किसी वृहद् वन्यजीव के रेस्क्यू की स्थिति नहीं बनी है।
राज्य में वनाग्नि के प्रकरणों पर प्रभावी नियंत्रण करने हेतु कुल 11773 कर्मचारी यथाफायर वाचर, पी0आर0डी0, होम गार्ड, पुलिस, ईकोटास्क फोर्स, लोक निर्माण विभाग गैंग आदि क्षेत्रों में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अग्नि घटना वर्तमान में पूर्ण रूप से नियंत्रित हो गयी है।
अतः एस0डी0आर0एफ0 एवं भारतीय वायु सेना के एम.आई17 हैलीकाप्टर को वापसी के निर्देश जारी कर दिये गये हैं तथा एन0डी0आर0एफ0 को अभी भी जनपदों में तैनात रहने के आदेश दिए गए हैं।