- August 5, 2016
लाईव्लीहुड कॉलेज इलेक्ट्रीशियन प्रशिक्षण
बलरामपुर —–(छ०गढ)———————-परमेश्वर राम को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत लाईव्लीहुड कॉलेज बलरामपुर से दो माह का इलेक्ट्रीशियन प्रशिक्षण देकर दक्ष किया गया। आज वह कर्नाटक के कोयंबटूर के टेक्समों इंडस्ट्रीज में मोटर-पम्प निर्माण का काम करता है और हर माह 18 हजार रूपये से अधिक राशि कमा रहा है।
परमेश्वर राम राज्य सरकार को धन्यवाद करते हुए कहते हैं कि यह सब लाईव्लीहुड कॉलेज बलरामपुर द्वारा युवाओं के रोजगार के लिए शुरू की गई छत्तीसगढ़ युवाओं के कौशल विकास का अधिकार, अधिनियम 2013 का सही समय पर फायदा उठाने से उसका सपना साकार हुआ है। परमेश्वर को शुरूआत में डर लगता था पर अब उन्हें बलरामपुर से कोयंबटूर दूर नहीं लगता है।
राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न योजना लागू की गई है, तथा युवाओं को मनचाहा व्यवसाय में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अधिकार भी मिला है। जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में लाईव्लीहुड कॉलेज के माध्यम से कुछ ऐसे प्रयास हुए कि वहां के युवा अब न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि जिला एवं प्रदेश के बाहर भी नौकरियां हासिल करने लगे हैं।
बलरामपुर जिले के छोटे से गांव चिलमाकला के युवक परमेश्वर राम के कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। परमेश्वर राम ने बारहवीं कक्षा पास कर कॉलेज में दाखिल लिया, मगर स्वास्थ्य कारणों के चलते वे परीक्षा नहीं दे पाये और अपनी पढ़ाई आगे जारी नहीं रख पाये तथा पढ़ने का इरादा छोड़कर पिताजी के साथ खेती-किसानी में लग गए।
परन्तु परमेश्वर राम के जेहन मे कुछ और करने की इच्छा थी। वे काम की तलाश में थे। उन्होनें योग्यता के आधार पर नौकरी के लिए कभी पुलिस विभाग तो कभी केन्द्रीय रक्षित पुलिस बल में भर्ती हेतु प्रयास किये पर शारीरिक रूप से अस्वस्थ्य होने के कारण उनका चयन नहीं हो पाया।
परमेश्वर राम एक दिन काम के सिलसिले में अपने भाई के साथ जनपद पंचायत कार्यालय गए वहां उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना का पोस्टर देखा। पोस्टर पढ़ने के बाद उन्होंने दिए गए टेलीफोन नम्बर पर जिला कौशल विकास अभिकरण से संपर्क किया। इस प्रकार लाईव्लीहुड कॉलेज बलरामपुर के सेन्टर में इलेक्ट्रीशियन कोर्स में दाखिला दिलाया गया।
परमेश्वर ने गम्भीरता से दो माह के प्रशिक्षण में इलेक्ट्रीशियन का कार्य सीखा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद परमेश्वर राम को कर्नाटक प्रदेश के कोयंबटूर के टेक्समों इन्डस्ट्रीज में मोटर पप्प निर्माण में काम मिला। आज उसका वेतन ग्यारह हजार पांच सौ रूपये प्रतिमाह है।
इसके साथ निर्धारित लक्ष्य पूरा करने पर कम्पनी द्वारा उन्हें इन्सेंटिव भी मिलता है। हाल ही में उन्होंने अपने समूह में सबसे अधिक वेतन के रूप में इन्सेंटिव सहित रूपये 18 हजार से अधिक की राशि प्राप्त किया है।व