- January 30, 2019
पूर्व मुख्य न्यायाधिपति जगदीष भल्ला को श्रृद्धाजंलि
प्रतापगढ़——–जिला न्यायालय प्रागंण में जिला अभिभाषक संघ के तत्वावधान में राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधिपति महोदय जगदीष भल्ला को पुष्पाजंली अर्पित कर श्रृद्धाजंलि दी गई।
जिला न्यायालय प्रांगण मे जिला अभिभाषक संघ के बैनर तले आयोजित प्रार्थना-सभा के प्रारम्भ में जिला एवं सेषन न्यायाधीष-राजेन्द्र कुमार शर्मा के द्वारा दिवगंत पूर्व मुख्य न्यायाधिपति की तस्वीर पर माल्र्यापण कर पुष्प अर्पित कर श्रृद्धांजली दी।
जिला अभिभाषक संघ सचिव-रमेषचन्द्र शर्मा-द्धितीय ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थना-सभा में जिला एवं सेषन न्यायाधीष-राजेन्द्रकुमार शर्मा ने पूर्व मुख्य न्यायाधिपति के जीवन काल से भी रूबरू कराते हुए जानकारी दी।
प्रार्थना-सभा में ये रहे उपस्थित
जिला अभिभाषक संघ के सचिव रमेषचन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर जिला एवं सेषन न्यायाधीष-राजेन्द्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में न्यायाधीष-पारिवारिक न्यायालय-आषा कुमारी,न्यायाधीष-एमएसीटी न्यायालय-महेन्द्र कुमार मेहता, विषिष्ट न्यायाधीष-एनडीपीएस-सुनील पंचोली विषेष न्यायाधीष-पाॅक्सो न्यायालय-
परमवीरसिंह चैहान,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव-अपर जिला एवं सेषन न्यायाधीष-लक्ष्मीकान्त वैष्णव,मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट-हेमराज मीणा, ए.सी.जे.एम. प्रतापगढ़़-विक्रम सांखला, ए.सी.जे.एम. अरनोद मु0 प्रतापगढ़- कुमकुम सिंह, सिविल न्यायाधीष एवं न्यायिक मजिस्टेªट-कृष्णकुमार अहारी, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीष एवं न्यायिक मजिस्टेªट-सुश्री जयश्रीमीणा भी उपस्थित रहे।
अभिभाषकगण ने निभाई सक्रिय सहभागिता
जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष- सी.पी.सिंह सहित समस्त पदाधिकारीगण एवं अभिभाषकगण सुश्री विजयलक्ष्मी, कला आर्य, मधु सक्सेना, अजेय सक्सेना, गजराजसिंह तवर, जगदीषचन्द्र पुरोहित, कमलसिंह गुर्जर, बलवन्तसिंह बंजारा, सचिन पटवा, त्रिलोक शर्मा, भूपेन्द्र ग्वाला, कुलदीप शर्मा इत्यादि अभिभाषकगण एवं जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष-विजय खाण्डिया एवं न्यायिक कर्मचारीगण कृष्ण कुमार जाट, अल्पेष नागर, देवनारायण शर्मा, बाबूलाल तेली, सतीष सालवी, केलाष चन्द्र शर्मा, हेमराज जणवा, नानकराम इत्यादि कर्मचारीगण ने भाग लिया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य न्यायाधिपति जगदीष भल्ला को पुष्पाजंली के माध्यम से श्रृद्धाजंली अर्पित कर उनकी आत्मा की शान्ति के लिये दो मिनट का रखा गया व प्रार्थना-सभा का समापन हुआ ।