- March 29, 2016
रीवा अल्ट्रा मेगा सौर परियोजना
रीवा अल्ट्रा मेगा सौर परियोजना का विकास सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन, भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के मध्य संयुक्त उपक्रम कम्पनी बनाकर किया जा रहा है। परियोजना के विकास में इच्छुक विभिन्न कम्पनी 29 मार्च को परियोजना-स्थल का भ्रमण करेंगी।
वर्तमान में एक ही स्थान पर विकसित की जा रही विश्व की यह सबसे बड़ी परियोजना है। परियोजना के आकार एवं वैश्विक सहभागिता को देखते हुए इसके विकास के लिये इंटरनेशनल फायनेंस कॉर्पोरेशन की सलाहकार सेवाएँ ली जा रही हैं।
कम्पनी का चयन, रिवर्स ऑक्शन प्रक्रिया अपनाकर किया जायेगा। परियोजना के लिये लगभग 1550 हेक्टेयर भूमि का आधिपत्य विभाग के पास उपलब्ध है। वर्ल्ड बैंक द्वारा दिये जा रहे रियायती ऋण से परियोजना का आंतरिक आधारभूत ढाँचा और आंतरिक विद्युत् ट्रांसमिशन सिस्टम (33×220 KV) का विकास किया जा रहा है। पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया द्वारा परियोजना का अंतर्राज्यीय ग्रिड संयोजन के लिये 400 KV सब-स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।
परियोजना के विकास के प्रथम चरण में इच्छुक कम्पनियों के लिये रीवा जिले की गुढ़ तहसील में साइट विजिट के लिये 29 मार्च का दिन निर्धारित किया गया है। राष्ट्रीय-स्तर की कम्पनियों जैसे- टाटा पॉवर, आदित्य बिरला ग्रुप, महिन्द्रा सस्टेनेबल, एज्यूर पॉवर, वेल्स्पन इनर्जी, एक्मे सोलर, ऑरेंज रिन्युएबल, शॉपूरजी पॉलूनजी, अडानी ग्रुप, इनरिच इनर्जी आदि साइट विजिट में सम्मिलित हो रही हैं।
नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों जैसे- एनेल ग्रीन-अमेरिका, सॉफ्ट बैंक-जापान, स्काय पॉवर-कनाडा, सोलर डायरेक्ट-अमेरिका, सेग्बकार्प-सिंगापुर द्वारा भी विजिट की इच्छा व्यक्त की गयी है।