राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा – चिकित्सा मंत्री

राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा – चिकित्सा मंत्री

जयपुर -प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों, अंधता निवारण, क्षयरोग निवारण, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, कुष्ठरोग उन्मूलन एवं कैंसर-मधुमेह-स्ट्रोक कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप प्रभावी स्वास्थ्य सेवायें सुलभ कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। इन कार्यक्रमों में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित करने वाले चिकित्साकर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में मंगलवार को सायं स्वास्थ्य भवन में आयोजित राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गयी। बैठक में विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में प्रदेश में चल रही स्वास्थ्य गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की गयी एवं समस्त चिकित्सा सुविधाएं पूर्ण गुणवत्ता के साथ सुलभ कराकर निर्धारित लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिये गये।

अंधता निवारण में लगी संस्थाओं को आन-लाइन भुगतान

श्री राठौड़ ने अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्य से 50 हजार अधिक कार्निया ट्रांसप्लांट करने के कार्यक्रम बनाने एवं इसकी प्रभावी क्रियान्विति के लिये वरिष्ठ अधिकारियों को जिलों में भिजवाकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने नेत्र रोग विशेषज्ञों के लिये आवश्यक सभी उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अन्धता निवारण के कार्य में संलग्न समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं का भुगतान आनलाइन करने एवं नेत्र शल्य चिकित्सा में विशेष योगदान देने वाले चिकित्सकों को पुरस्कृत करने के निर्देश दिये।

मानसिक रोगियों का सर्वेक्षण कर उपचार करें

चिकित्सा मंत्री ने प्रदेश में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मरीजों की स्क्रीनिंग के लिये सर्वेक्षण करने एवं उपचार का कार्यक्रम बनाकर क्रियान्वित करने के निर्देश दिये। इसके लिये मनोरोग चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. प्रदीप शर्मा को कार्यक्रम बनाकर प्रस्तुत करने हेतु संयोजक बनाया गया है। इस वर्ष 6 जिलों चित्तौडगढ़, हनुमानगढ़, जयपुर, झालावाड़ व बारां में यह कार्यक्रम संचालित किया जायेगा।

क्षय रोगियों को दवा समय पर दें

श्री राठौड़ ने क्षय रोगियों को समस्त आवश्यक दवाइयां समय पर देना सुनिश्चित करने के साथ ही क्षय रोग उन्मूलन के लिये व्यापक जनचेतना जागृत करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने आदिवासी बाहुल्य जिलों में क्षय रोग की रोकथाम के बारे में विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन में प्रदेशी की 87 प्रतिशत दर पर संतोष व्यक्त करते हुए अच्छे कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया।

समीक्षा बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, निदेशक आरसीएच डॉ. वी.के.माथुर, निदेशक एड्स डॉ. एस.एस. चौहान सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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