रावघाट से जगदलपुर तक 140 किलोमीटर रेल मार्ग

रावघाट से जगदलपुर तक 140 किलोमीटर रेल मार्ग

छत्तीसगढ़—————————-केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ की निर्माणाधीन दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना के तहत रावघाट से जगदलपुर तक 140 किलोमीटर रेल मार्ग बिछाने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत दो हजार करोड़ रूपए है।

इसका निर्माण पूर्ण होने पर राज्य के आदिवासी बहुल बस्तर राजस्व संभाग के दो पिछड़े जिले – नारायणपुर और कोण्डागांव भी देश के रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा बस्तर संभाग के लोगों का राजधानी रायपुर सहित राज्य के दुर्ग-बिलासपुर आदि प्रमुख शहरों से और देश के विभिन्न हिस्सों से सीधा रेल सम्पर्क कायम हो जाएगा।

राज्य सरकार के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि रेल मंत्रालय के अंतर्गत रेल्वे बोर्ड (दक्षिण पूर्व-मध्य रेल्वे बिलासपुर) की अधिसूचना भारत के राजपत्र (असाधारण) में प्रकाशित कर दी गई है। इसमें छत्तीसगढ़ के धरमजयगढ़-कोरबा 63 किलोमीटर के प्रस्तावित रेल मार्ग को भी अधिसूचित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष पहल पर केन्द्र सरकार द्वारा दल्लीराजहरा से रावघाट होते हुए जगदलपुर तक 235 किलोमीटर रेल मार्ग निर्माण की महत्वपूर्ण परियोजना को अपनी मंजूरी दी जा चुकी है। इसके अंतर्गत प्रथम चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट तक निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस मार्ग पर गुदुम तक 17 किलोमीटर रेल लाईन का निर्माण हो चुका है और उस पर पैंसेजर टेªन का संचालन भी लगभग तीन महीने पहले विगत एक फरवरी से शुरू हो गया है।

रेल परियोजना के प्रथम चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट तक 95 किलोमीटर रेल लाईन का निर्माण किया जा रहा है। इसमें से 17 किलोमीटर मार्ग का निर्माण हो चुका है। जिस पर परीक्षण टेªन के रूप में 15 मई 2015 को 20 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से प्रथम डीजल इंजन का परिचालन भी सफलतापूर्वक किया गया था। इसके बाद लगभग तीन महीने पहले एक फरवरी 2016 को रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभु ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मार्ग पर पहली पैसेंजर टेªन का लोकार्पण किया।

ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में इस वर्ष 20 जनवरी को रायपुर में आयोजित बैठक में इस रेल परियोजना के दूसरे चरण अर्थात जगदलपुर से रावघाट तक लगभग दो हजार करोड़ रूपए की लागत से रेलमार्ग निर्माण के लिए राज्य सरकार और भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों के बीच शेयर होल्डिंग अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और इसके लिए विशेष प्रायोजन संस्था (एस.पी.व्ही.) के रूप में छत्तीसगढ़ दक्षिण रेल्वे प्राईवेट लिमिटेड नामक संयुक्त उपक्रम कम्पनी का भी विधिवत गठन हो गया है।

इस संयुक्त उपक्रम कम्पनी में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एन.एम.डी.सी) की भागीदारी 43 प्रतिशत, रेल मंत्रालय के उपक्रम इरकॉन इन्टर नेशनल लिमिटेड की भागीदारी 26 प्रतिशत, इस्पात मंत्रालय के उपक्रम भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) की भागीदारी 21 प्रतिशत और राज्य सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम (सी.एम.डी.सी.) की भागीदारी 10 प्रतिशत होगी।

यह भी उल्लेखनीय है कि दल्लीराजहरा -रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना के द्वितीय चरण में रावघाट से जगदलपुर तक निर्माण कार्य के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रथम छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान दंतेवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में 09 मई 2015 को इन्हीं कम्पनियों के बीच समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर भी किए जा चुके हैं।

इस परियोजना के लिए रेल मंत्रालय के अंतर्गत रेल्वे बोर्ड की ओर से दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे की अधिसूचना इस महीने की चार तारीख को भारत के राजपत्र (असाधारण) में प्रकाशित हो चुकी है।

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