• June 12, 2016

राजस्व लोक अदालत अभियान: 24 साल की दुश्मनी खत्म

राजस्व लोक अदालत अभियान: 24 साल की दुश्मनी खत्म

जयपुर ——– राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार के शिविर बरसों से मनमुटाव पाले हुए परिवारों की दूरियां खत्म कर पारिवारिक सौहार्द प्रदान करने में खास भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं। जो लोग भूमि विवाद के कारण एक-दूसरे से बातचीत तक करना पसंद नहीं करते, बरसों से दुश्मनी के भाव पालकर तनावों को संगी साथी बनाते रहे, एक-दूसरे को फूटी आँखें नहीं सुहाते, वे लोग भी सरकार के इन शिविरों की बदौलत जिन्दगी भर की दुश्मनी, तनाव और दूरियां भुलाकर एक-दूसरे को गले लगा रहे हैं, पारिवारिक आत्मीयता की बहाली के जश्न मना रहे हैं और ग्राम्य सौहार्द का नया इतिहास रच रहे हैं।

इस दृष्टि से राजस्व लोक अदालत न्याय आपके द्वार शिविर न केवल राजस्व मामलों के समाधान के केन्द्र बने हुए हैं बल्कि ये प्रेम, भाईचारे और शांति के साथ ग्राम्य जीवन का आनंद पाने का पैगाम भी दे रहे हैं। खासकर प्रदेश के उदयपुर जिले में ऎसे कई उदाहरण सामने आ रहे हैं जिनमें बरसों की दुश्मनी लिए शिविर में आए ग्रामीण सारी दुश्मनी भुलाकर आत्मीय प्रेम और माधर्यु भाव के साथ घर लौट रहे हैं।

इसी तरह का एक प्रकरण उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील अन्तर्गत भटेवर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर शनिवार को आयोजित राजस्व लोक अदालत कैम्प कोर्ट में सामने आया जिसने  भूमि विवाद के कारण मनमुटाव पाले रहे परिवारों को 24 साल बाद बँटवारे का सुकून दिया। इससे भावविभोर होकर परिजनों ने एक-दूसरे से गले मिलकर खुशी का इज़हार किया और शिविर आयोजकों के प्रति दिली आभार जताया।

शिविर में यों तो कई राजस्व मामलों का समाधान कर ग्रामीणों को राहत का अहसास कराया गया। किन्तु इनमें प्रकरण संख्या 14/16 वाद झमकलाल बनाम कंकूबाई नागदा ब्राहमण निवासी भटेवर का प्रकरण खास रहा। इस प्रकरण में वादी एव प्रतिवादीगण को जरिये सम्मन तलब किया गया और सभी पक्षकारान की मौजूदगी में चर्चा हुई।

इस प्रकरण में पेश किए गए दस्तावेजों के अनुसार यह बात सामने आयी कि पिछले 24 साल से बंटवारा नहीं हो पा रहा था। कारण यह कि वादी अलग परिवार से था एवं प्रतिवादीगण दूसरे परिवार के सदस्य थे। जबकि आराजियात का बेचान पिछले 24 वर्ष पूर्व ही हो चुका था।

कैम्प कोर्ट में पक्षकारान के उपस्थित होने पर उपखण्ड अधिकारी मुकेश कुमार कलाल ने दार्शनिक अंदाज भरी अपनी चिर परिचित देहाती शैली मेंं काफी समझाईश की। इससे वादी तथा प्रतिवादीगणों द्वारा बँटवारा कराने पर सहमति जाहिर की गई।  प्रकरण में डिक्री जारी कर बंटवारा प्रस्ताव पारित किया गया।

इतने सालों से लंबित पड़ा काम चंद मिनटों में पूरा हो जाने पर सभी पक्षकारान खुश हो उठे और आपस में गले मिले तथा उपखण्ड अधिकारी मुकेश कुमार कलाल का धन्यवाद अदा किया।  इस मौके पर तहसीलदार भंवरलाल सुथार, विकास अधिकारी जितेन्द्रसिंह राजावत, रीडर नारायणलाल नगारची, उपसरपंच पूरणमल धाकड, भू अभिलेख निरीक्षक एवं पटवारीगण उपस्थित थे।

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