राजस्थान सड़कों के मामले में मॉडल स्टेट : रोजाना 16 किलोमीटर नई सड़कें

राजस्थान  सड़कों के मामले में मॉडल स्टेट : रोजाना 16 किलोमीटर नई सड़कें

जयपुर  ——रोजाना 16 किलोमीटर नई सड़केंपांच बसावटों तक पहुंच रही पक्की सड़क – राजस्थान बनेगा सड़कों के मामले में मॉडल स्टेट  –   राज्य में ग्रामीण सड़कों से लेकर राष्ट्रीय राजमार्गों तक सड़क नेटवर्क में लगातार वृद्धि हो रही है, रोजाना 16 किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है और पांच नई बसावटों को पक्की सड़कों की सौगात मिल रही है।IMG_5592

वर्ष 2018 तक राजस्थान पूरे भारत में सड़कों के मामले में एक मॉडल स्टेट बन जाएगा। इसी प्रकार राज्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वितीय चरण के लिए जल्द ही क्वालिफाई करेगा और मेंटीनेंस का पैसा मिलने से वर्षों पहले इस योजना में बनी सड़कों के भी दिन फिरेंगे। परिवहन एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री यूनुस खान ने सोमवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में पत्रकारों के समक्ष यह दावा किया।

परिवहन मंत्री ने जयपुर में उम्रदराज और प्रदूषण करने वाली लो फ्लोर बसों एवं सार्वजनिक परिवहन की अन्य गाड़ियों को अगले तीन वर्ष में चरणबद्ध तरीके से सड़कों से हटाने की घोषणा करते हुए इसके लिए नीति इसी सप्ताह घोषित करने की जानकारी दी। श्री खान ने इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग और परिवहन विभाग द्वारा ढाई साल की अवधि में किए गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। जहां उन्होंने सड़क और परिवहन क्षेत्रा से जुडे विभिन्न विषयों पर पत्रकारों से खुलकर बात की, वहीं सड़क सुरक्षा की गंभीरता को रेखांकित करते हुए उनसे सहयोग का आग्रह भी किया।

परिवहन मंत्री ने कहा कि भारत में रोजाना 400 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, ब्राजील डिक्लेरेशन के अनुसार हर वर्ष सड़क दुर्घटनों में कमी के साथ 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं का प्रतिशत 50 प्रतिशत कम करना है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा के लिए उनकी अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह की दो बैठकें नई दिल्ली और बेंगलुरू में हो चुकी हैं और धर्मशाला में 13 जून को होने वाली तीसरी बैठक के बाद संसद के मानूसन सत्र में केन्द्रीय मोटर व्हीकल एक्ट 1988 में सशोंधन के लिए बिल लाया जा सकता है।

ओवर लोडिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि व्हेविंग ब्रिजों की स्थापना मध्यप्रदेश के इंटीग्रेटेड व्हेविंग ब्रिजों की तर्ज पर की जाएगी जिसमें 2 की प्रक्रिया इसी वर्ष प्रारम्भ होगी। इन्हें परिवहन, वन, आबकारी, सेल्स टेक्स विभागों की आवश्यकता के अनुसार डिजायन कराया जा रहा है। इसी प्रकार माइनिंग वाले ग्रामीण क्षेत्रों में ओवरलोडिंग से सड़कें टूटने की समस्या से निजात के लिए ऎसे स्थानों में सीसी सड़कें बनाई जाएंगी।

उन्होंने राज्य की जनता को सस्ती सुलभ परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रारम्भ की गई राजस्थान लोक परिवहन सेवा के शेष परमिट जल्द ही जारी किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा जनता से जुड़ी इस सेवा को हर हाल में मजबूती के साथ चलाया जाएगा क्योंकि आरएसआरटीसी अपनी पूरी शक्ति लगाकर भी राज्य की बढ़ी परिवहन मांग को पूरा नहीं कर सकती।

परिवहन मंत्री ने लो फ्लोर बसों द्वारा अधिक प्रदूषण किए जाने से सम्बन्धित एक सवाल के जवाब में बताया कि ऎसे वाहनों को चरणबद्ध रूप से सड़कों से हटा लिया जाएगा।  मुख्य सचिव एवं जेडीसी की अध्यक्षता में अलग-अलग गठित दो कमेटियोंं की अनुशंसा एवं उच्च न्यायालय के दिशानिर्र्देशों के आलोक में इसी सप्ताह इस पर नीतिगत निर्णय कर लिया जाएगा। गुणवत्ता के सवाल पर उनका कहना था कि अब मुख्य अभियंता क्वालिटी कन्ट्रोल  द्वारा स्वयं कोर कटिंग के बाद गुणवत्ता के प्रति आश्वस्त होने पर ही ही संवेदक का भुगतान किय जाता है।

टेण्डर भी ऑनलाइन कर दिए गए हैं। उन्होंने पत्रकारों को पीएमजीएसवाई में अब तक की सबसे ज्यादा 1618 करोड़ की स्वीकृति, 2000 और मिसिंग लिंक के निर्माण, 1973 ग्रामीण गौरव पथ पूर्ण किए जाने और इतने ही द्वितीय फेज में 2000 ग्राम पंचायतों में इनके कार्य और प्रारम्भ किए जाने की जानकारी दी।

सानिवि के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री डी.बी.गुप्ता ने बताया सानिवि अकेला ऎसा विभाग है जो हर साल राज्य को नाबार्ड की योजना आरआईडीएफ में मिलने वाली 100 प्रतिशत राशि का उपयोग करता है। उन्होंने बताया कि 20 हजार राज्य मार्गों के निर्माण के लिए सड़कों के साध्यता अध्ययन में फिजिबल नहीं होेने पर राज्य ने नया पीपीपी एन्यूटी हाइब्रिड मॉडल बनाया जिसे मोर्थ और एनएचआई ने भी कुछ फेरबदल के साथ अपनाया।

इस मॉडल, ईपीसी, मलेशिलन कम्पनियों के स्विस चेलेंज के अन्तर्गत दिए प्रस्तावों से राज्य में 20 हजार किमी राजमार्गों के विकास का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। परिवहन आयुक्त और शासन सचिव श्री शैलेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि बसों के लिए नए रूट खोलने की पेचीदा प्रक्रिया के सरलीकरण के प्रयास किए जाएंगे।  कार्यक्रम का संचालन प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह राठौड़ ने किया।

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