• September 1, 2015

राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन हड़ताल से अलग

राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन हड़ताल से अलग

जयपुर -राजस्थान परिवहन निगम में 2 सितम्बर को प्रस्तावित हड़ताल से राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन (भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्घ) ने परिवहन मंत्री श्री यूनुस खान से हुई सार्थक वार्ता के बाद अपना समर्थन वापस ले लिया है।
श्री खान ने जनसामान्य को हड़ताल के कारण होने वाली असुविधा से बचाने के लिए फेडरेशन का आभार व्यक्त किया है। उधर प्रशासन ने हड़ताल और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
अखिल भारतीय टे्रड यूनियन के द्वारा की जा रही हड़ताल से निपटने एवं जन सामान्य को इस हड़ताल के कारण होने वाली असुविधा को बचाने हेतुं राजस्थान रोड़वेज की विभिन्न टे्रड युनियनों से परिवहन मंत्री श्री यूनुस खान द्वारा 27 अगस्त, 2015 को वार्ता की गई। वार्ता के बाद फेडरेशन ने हड़ताल से समर्थन वापस लेने का निर्णय किया। परिवहन मंत्री ने भी कर्मचारियों के बकाया वेतन, पेंशन आदि परिलाभों के शीघ्र भुगतान हेतु भी आश्वस्त किया है।
श्रमिक संगठनों द्वारा प्रस्तावित प्रदेश व्यापी हड़ताल 2 सितम्बर, 2015 के मद्देनजर वाहन संचालन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने, निगम सम्पत्तियों व यात्रियों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिला पुलिस अधीक्षकों, उप महानिरीक्षकों व महानिरीक्षकों तथा पुलिस कमिश्नरों को निर्देशित करने हेतु अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) द्वारा निर्देशित किया गया हैं। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षकों को भी निर्देशित किया गया है।
काम नहीं तो वेतन नहीं
हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारियों के लिए काम नहीं तो वेतन नहीं के सिन्द्घात का परिपत्र रोडवेज प्रशासन द्वारा जारी किया गया हैं। समस्त महाप्रबंधक, मुख्य उत्पादन प्रबंधक व मुख्य प्रबंधकों को हड़ताल अवधि में स्थानीय प्रशासन की मदद से बस संचालन व्यवस्था सुचारू बनाए रखने एवं 2 सितम्बर, 2015 को जब तक कोई अपरिहार्य कारण दृष्टिगत नहीं हो किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं करने के लिए निर्देशित किया गया है। हड़ताल दिवस को मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित करने के भी निर्देश दिए गए है।
परिवहन विभाग ने की विशेष व्यवस्थाएं
यात्रियों की सुविधा के लिए परिवहन विभाग ने एक सितम्बर,2015 को देर रात्रि तक कार्यालय खोलने की व्यवस्था की है ताकि 2 सितम्बर,2015 के लिये निजी वाहन संचालकों द्वारा चाहे जाने पर अस्थाई परमिट उदारतापूर्वक जारी किये जा सके। यह भी व्यवस्था की गई है कि निजी क्षेत्र के परमिटधारी वाहनों के संचालन में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो और यात्रियों को यात्रा के वैकल्पिक साधन उपलब्ध हो सके। राज्य सरकार द्वारा यह निर्देश समय रहते हुये 28 अगस्त, 2015 को ही जारी कर दिये गये थे ताकि संबंधित विभाग समय रहते अपनी व्यवस्था कर सकें। परिवहन विभाग के सभी प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों एवं जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे संबंधित जिला कलेक्टर एवं रोड़वेज के मुख्य प्रबन्धकों से सम्पर्क कर हड़ताल अवधि में वाहन संचालन के सम्बन्ध में आवश्यक व्यवस्था बनाये रखने की कार्यवाही करें।

Related post

साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

गृह मंत्रालय PIB Delhi——–  राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस अधिकारियों,…
90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टियों की ओर से कोई बड़ी शिकायत लंबित नहीं है…
अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

वासुदेव डेण्डोर (उदयपुर)———– देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज़ के वोटिंग प्रक्रिया भी समाप्त हो…

Leave a Reply