- July 13, 2015
राजकीय विभागों में प्रीपेड़ मीटर लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें – प्रबंध निदेशक
जयपुर – अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने वित्तीय पुनर्गठन योजना (एफआरपी) के तहत समस्त अधीक्षण अभियंताओं को निर्देशित किया है कि वे प्रीपेड़ मीटर लगाने के कार्य के प्रथम चरण में अपने-अपने क्षेत्र के समस्त राजकीय विभागों में प्रीपेड़ मीटर लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
प्रबंध निदेशक शनिवार को अजमेर डिस्कॉम मुख्यालय सभागार में आयोजित निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रीपेड़ मीटर लगाने के लिए समस्त जिला मुख्यालयों पर वैन्डि़ंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए अधीक्षण अभियंता सभी विभागों को नोटिस भिजवाकर प्रीपेड़ मीटर लगवाने के लिए लिखें। इस कार्य के लिए विभागों को डिस्कॉम के इन वैन्डि़ंग स्टेशनों से उचित राशि का टोकन खरीदना होगा।
यदि कोई विभाग इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं करता है तो डिस्कॉम के अभियंता अपने स्तर पर वर्तमान में स्थापित पोस्टपेड़ मीटर को हटाकर उसके स्थान पर जीरो बैलेन्स पर प्रीपेड मीटर स्थापित करेंगे, जिसके कारण अग्रिम भुगतान न किए जाने की अवस्था में कुछ दिन पश्चात् विद्युत आपूर्ति स्वत: बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य की पहल अजमेर डिस्कॉम के कार्यालयों से ही की जाए। बैठक में प्रीपेड़ मीटर लगाने एवं उसकी कार्यप्रणाली के संबंध में स्लाइड़ प्रदर्शन द्वारा भी जानकारी दी गई।
दुर्घटना पर सहायता के लिए कोष गठन पर विचार-
बैठक में बताया गया कि डिस्कॉम के किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की विद्युत कार्य करते हुए होने वाली दुर्घटनाओं में तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए एक कोष का गठन करने पर विचार किया गया ताकि कर्मचारी को तत्काल उपचार हेतु सहायता मिल सके। ऐसे कोष सार्वजनिक निर्माण विभाग में बनाए हुए हैं उनका भी परीक्षण किया जाकर कोष गठन बाबत निर्णय लिया जाएगा।
हाई रिस्क प्वाइंट प्राथमिकता से ठीक करें-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे चयनित किए गए हाई रिस्क प्वाइंट्स को प्राथमिकता से ठीक करें तथा उसकी सूचना प्रतिदिन मुख्यालयों को प्रेषित करें।
टैरिफ कोड़ का परीक्षण करें-
प्रबंध निदेशक ने निर्देशित किया कि प्रत्येक सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ) प्रतिदिन 30 उपभोक्ताओं की फाइल एवं उसके टैरिफ कोड़ का परीक्षण करेंगे तथा एक शीट तैयार कर जहां टैरिफ कोड़ गलत है उसे ठीक करने का कार्य करेंगे। जिन उपभोक्ताओं के गलत टैरिफ कोड़ के कारण अन्डर चार्जिंग हुई है, उनसे वसूली की कार्यवाही तथा जिनके ओवर चार्ज कर दिया गया है उन उपभोक्ताओं के आगामी बिलों में समायोजन किया जाए।
कार्य के आधार पर होगी ग्रेडि़ंग-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अभियंताओं को विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों के लिए महावार निर्धारित लक्ष्य आवंटित किए जाएंगे। उसी अनुरूप उस समय के दौरान किए गए कार्य के आधार पर अधिकारियों को ग्रेड़ दी जाएगी। बैठक में पैन्डिंग कनेक्शन, कृषि कनेक्शन, एटी एण्ड सी लोसेज कम करने, बंद एवं खराब मीटर बदलने के कार्य में निर्धारित लक्ष्यों की समीक्षा की गई तथा कार्य में गति लाने के निर्देश दिए गए।
सतर्कता जांच हो प्रभावी-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि बिजली चोरी रोकने के लिए की जा रही सतर्कता जांच के दौरान उपभोक्ताओं की बनाई गई वीसीआर पर प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में वसूली नहीं होने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाए।
फीडऱ मीटरिंग की हो प्रभावी जांच-
प्रबंध निदेशक ने बताया कि प्रत्येक फीडऱ से सरकार द्वारा निर्धारित समय के अनुसार ही विद्युत आपूर्ति की जाए। निर्धारित समय से अधिक विद्युत आपूर्ति होने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए फीडऱ मीटरिंग की जांच समय-समय पर प्रभावी रूप से की जाए।
विधानसभा प्रश्नों के उत्तर प्राथमिकता से दें-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अधिकारी विधानसभा के बकाया प्रश्नों के उत्तर देने में गंभीरता बरतें तथा इस कार्य को प्राथमिकता देवें। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री प्रकोष्ठ, ऊर्जा विभाग, सम्पर्क पोर्टल, सुगम पोर्टल, लोकायुक्त कार्यालय, कलक्टर कार्यालय एवं सांसद एवं विधायक के स्तर पर जो भी समस्याएं/शिकायतें दर्ज होती हैं उनका तत्काल समाधान का प्रयास किया जाएं।
समाचार पत्रों में विद्युत संबंधी खबरोंं पर तत्काल हो कार्यवाही-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अधीक्षण अभियंता प्रत्येक दिवस को प्रात: अपने क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के समाचार पत्रों की मोनिटरिंग करेंगे तथा जो भी विद्युत संबंधी खबरें प्रकाशित हुई हैं। उसकी रिपोर्ट तत्काल मुख्यालय को पे्रषित करेंगे।
आरएपीडीआरपी पार्ट -बी के कार्यो में गति लावें-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने आरएपीडीआरपी पार्ट -बी के कार्यों की समीक्षा की तथा कार्य में गति लाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बैठक में निदेशक (वित्त) श्री एन. के. माथुर, संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री आर.पी. सुखवाल (उदयपुर जोन), श्री के.पी. वर्मा (झुंझुनूं), मुख्य अभियंता श्री बी. एम. भामू (वाणिज्य), श्री डी.के. शर्मा (आई.टी.), श्री एच. एस. मीणा (टी.डब्ल्यू/एम.एम.), उपमुख्य अभियंता (योजना) श्री एन. एल. साल्वी, उप पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री सुरेन्द्र कुमार भाटी, मुख्य लेखाधिकारी श्री एम.के. जैन (राजस्व), श्री एम. के. गोयल (आईए), टी ए श्री मुकेश बाल्दी सहित समस्त अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।