योग को जीवन का अहम् हिस्सा बनाने का आग्रह

योग को जीवन का अहम् हिस्सा बनाने का आग्रह

शिमला —————–अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने ऐतिहासिक रिज मैदान में शिमला शहर के विभिन्न स्कूलों के सैंकड़ों छात्र-छात्राओं तथा अन्य लोगों के साथ योग किया। ऐतिहासिक रिज पर योग दिवस का आयोजन एक ऐतिहासिक क्षण था।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है और आज, समूचा विश्व भारतवर्ष की इस प्राचीन जीवनशैली को अपना रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सन्तों ने पहाड़ों पर लंबे अनुभव व विचार के दौरान इस विज्ञान को संकलित किया तथा विश्व को योग दिया, जो न केवल आत्मा, मन तथा मस्तिष्क को सन्तुलित करता है, बल्कि इससे खुशी की अनुभूति होती है और योग आत्मा को दिव्य शक्तियों से जोड़ता है।

उन्होंने लोगों से योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि योग हमारी पुरानी परम्पराओं का हिस्सा रहा है और जीवन में नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए इसे नित्य प्रति की गतिविधि बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि योग व्यक्ति की मानसिक तथा शारीरिक स्वस्थता में वृद्धि करता है और योग का सीधा संबंध प्रकृति से है।

उन्होंने कहा कि प्रकृति से जुड़ने वाला प्राणी मानसिक व शारीरिक तौर पर अधिक स्वस्थ होता है। योग मन तथा आत्मा की शुद्धि का सर्वोत्तम साधन है और इसके बगैर हम स्वस्थ शरीर की कल्पना नहीं कर सकते।

योग तथा ध्यान प्रशिक्षण का संचालन श्रीमती उर्मिल सिंह ने किया और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इसमें भाग लिया।

सतलुज जल विद्युत निगम के निदेशक श्री नन्द लाल ने राज्यपाल का स्वागत किया, जबकि रोटरी क्लब शिमला के अध्यक्ष श्री मनु अग्रवाल ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

रोटरी क्लब के पदाधिकारी एवं सदस्यगण, पत्रकार, राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति योग कार्यक्रम में शामिल हुए।

योग दिवस का आयोजन रोटरी क्लब शिमला ने सतलुज विद्युत निगम सीमित के सहयोग से किया।

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