• September 9, 2015

मौसमी बीमारियां : चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त

मौसमी बीमारियां :   चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त

जयपुर- प्रदेश में मलेरिया, डेंगू एंव अन्य मौसमी बीमारियों तथा दिल्ली सहित पड़ौसी राज्यों में स्वाइन फ्लू की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इनकी रोकथाम की पुख्ता व्यवस्था करने के साथ ही उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है। चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त कर सभी चिकित्साकर्मियों को मुख्यालय पर उपस्थित रहने के निर्देश दिये गये हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में मंगलवार को सायं स्वास्थ्य भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है। मौसमी बीमारियों एवं स्वाइन फ्लू के संबंध में सभी जिलों की स्थिति विस्तार से समीक्षा कर कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है। डेंगू की जांच के लिए प्रदेश के सभी जिलों में एलाईजा रीडर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये हैंं। राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर रेपिड रेस्पॉन्स टीमों का गठन कर उनके विवरण वैबसाईट पर उपलब्ध करवाया जायेगा।
टॉस्क फोर्स
श्री राठौड़ के निर्देश पर संयुक्त शासन सचिव डॉ. एस.पी. सिंह की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है। इसमें निदेशक जनस्वास्थ्य, निदेशक आरसीएच, निदेशक एड्स, अतिरिक्त निदेशक जनस्वास्थ्य, अधीक्षक एसएमएस हॉस्पिटल, माईक्रोबायोलॉजी विभाग की डॉ भारती मल्होत्रा, पीएसएम विभागाध्यक्ष डॉ. मनोहर एवं मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ. सी.एल. नवल को शामिल किया गया है। इस टॉस्क फोर्स की सप्ताह में दो बार बैठके आयोजित की जायेंगी।
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी शामिल किये गये हैं। उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में गठित ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी एवं संबंधित सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकों को शामिल किया गया है। जिला व ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स की साप्ताहिक बैठकें आयोजित की जायेंगी।
रेपिड रेस्पॉन्स टीम
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मौसमी बीमारियों की प्रभावी व त्वरित उपचार के लिए राज्य जिला व ब्लॉक स्तर पर रेपिड रेस्पॉन्स टीमों का गठन किया जा रहा है। रेपिड रेस्पॉन्स टीम में शामिल चिकित्सकों के नाम व उनके मोबाइल नम्बर वैबसाईट पर भी उपलब्ध करवाये जायेंगे। किसी भी क्षेत्र में मौसमी बीमारी का आउटब्रेक होने की स्थिति में तत्काल रेपिड रेस्पॉन्स टीम भिजवाकर उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
एलाईजा रीडर व रेपिड डाइग्नोस्टिक किट्स
श्री राठौड़ ने प्रदेश में मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि की जांच की व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बुखार पीडि़त समस्त रोगियों की रक्त जांच सुनिश्चित कर मलेरिया पॉजिटिव होने पर तत्काल उपचार प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू की जांच के लिए आवश्यक एलाईजा रीडर की उपलब्धता की समीक्षा की एवं सभी जिलों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि जांच के लिए उपकरण एवं अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
दवाईयों की आपूर्ति की समीक्षा
चिकित्सा मंत्री ने मौसमी बीमारियों की दवाईयों की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि मलेरिया के उपचार के लिए 94 लाख क्लोरोक्विन गोलियों के साथ ही सभी दवाईयों पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसी प्रकार स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए 10 लाख से अधिक टेमीफ्लू उपलब्ध है।
वरिष्ठ अधिकारी करेंगे जिलों का दौरा
श्री राठौड़ ने चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जिलावार जिम्मेदारी देकर उन्हें फील्ड में भिजवाने के निर्देश दिये। इन अधिकारियों को संबंधित जिले का दौरा कर मौसमी बीमारियों की रोकथाम व उपचार की समुचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये गये हैं।
स्वाइन की स्क्रीनिंग 11 सितम्बर से
चिकित्सा मंत्री ने दिल्ली सहित पड़ौसी प्रदेशों में स्वाइन फ्लू की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आगामी 11 सितम्बर से स्क्रीनिंग का कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वाइन फ्लू जांच के लिए वीटीएम की उपलब्धता, जिला स्तर से सैम्पल कलेक्शन की व्यवस्था, आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था, डेडीकेटेड आईसीयू की व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष स्थापित करने एवं स्वाइन फ्लू के संबंध में जनचेतना जागृत करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिये।
बैठक में अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. नीरज के पवन, संयुक्त शासन सचिव डॉ. एस.पी.सिंह, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, एसएमएस अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश सहित संंबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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