- June 17, 2015
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने आज केंद्रीय केबिनेट सचिव श्री पी.के. सिन्हा को मध्यप्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। विशेष वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से आज मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान और उड़ीसा के मुख्य सचिवों ने केबिनेट सचिव को मिशन की गतिविधियों से अवगत करवाया। मुख्य सचिव ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में वर-वधू को 25 हजार रुपए की विवाह सहायता देने के साथ ही स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था के लिए पात्रतानुसार 12 हजार की राशि देने के निर्णय की जानकारी केबिनेट सचिव को दी। उल्लेखनीय है कि शौचालय विहीन वर-वधू को यह सुविधा देने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। केबिनेट सचिव श्री सिन्हा ने मध्यप्रदेश की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए क्लस्टर एप्रोच की सराहना की। वीडियो कान्फ्रेन्स में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती अरुणा शर्मा भी मौजूद थीं। मुख्य सचिव ने केबिनेट सचिव को स्वच्छ भारत मिशन के क्रियान्वयन की रणनीति से अवगत करवाया। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में मध्यप्रदेश में 19 लाख स्वच्छ शौचालय निर्मित किये जाएँगे। इस संबंध में सभी कलेक्टर को निरंतर समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं। मध्यप्रदेश की रणनीति मुख्य सचिव श्री डिसा ने केबिनेट सचिव को बताया कि वर्ष 2015-16 के लिए जो रणनीति तय की गई है उसमें शौचालय निर्माण की प्रगति को 3-4 गुना बढ़ाना तथा शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करना शामिल है। प्राथमिकताओं के आधार पर ग्राम पंचायतों का चयन किया जा रहा है। इसमें नर्मदा के तट पर स्थित ग्राम पंचायत, सांसद आदर्श ग्राम योजना वाली चयनित पंचायतें , एनआरएलएम एवं डीपीआईपी के सशक्त समूहों वाली ग्राम पंचायतें और नल-जल योजनाओं वाली ग्राम पंचायतें शामिल हैं। मार्च 2016 में वर्ष के लिए सभी चयनित ग्राम पंचायत को पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त करने का भी मध्यप्रदेश का लक्ष्य है। केबिनेट सचिव को मध्यप्रदेश में मिशन के अंतर्गत अब तक की गई कार्यवाही की भी जानकारी दी गई। प्रदेश के नौ जिले में ब्लाक स्तरीय प्रेरकों का सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम हो चुका है। हरदा, कटनी, रायसेन, बड़वानी, छिंदवाड़ा, सागर, विदिशा, उज्जैन एवं बैतूल जिले में ये ट्रेनिंग हुई है। प्रदेश में किन्नर समुदाय भी प्रेरकों के रूप में प्रचार-प्रसार के लिए भागीदारी कर रहा है। प्रदेश के 17 जिले में स्वच्छ भारत मिशन में लगभग 7000 राज मिस्त्री को प्रशिक्षण दिया गया है। स्वच्छता दूतों का प्रशिक्षण भी 32 जिले में हो चुका है। इसमें लगभग 10 हजार स्वच्छता दूत को प्रशिक्षित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की राज्य स्तरीय कार्यशाला में जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद पंचायत अध्यक्ष की भागीदारी रही। इस वृहद कार्यशाला में राजस्थान और पश्चिम बंगाल से प्रेरणा स्त्रोत रहे अधिकारियों ने भी भाग लिया। इसी तरह सभी जिलों में नव निर्वाचित पंचायत पदाधिकारियों का सम्मेलन संपन्न हुआ। |