- February 23, 2017
‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश” अभियान वर्ष में दो बार
भोपाल————-अब प्रदेश में ‘मिल-बाँचें मध्यप्रदेश” अभियान वर्ष में दो बार आयोजित किया जायेगा। एक बार स्कूलों में प्रवेशोत्सव के समय तथा दूसरी बार शैक्षणिक सत्र के मध्य में। ग्रामोदय अभियान में सभी ग्रामों में विशेष शिक्षा ग्राम सभा की जायेगी।
शहरों में भी इसी दिन वार्ड शिक्षा सभा की जायेगी। ये निर्णय आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में लिये गये। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय शाह, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी और मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाये। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये शिक्षकों से सुझाव लिये जायें। मिल-बाँचें मध्यप्रदेश अभियान में जिन लोगों ने सहयोग दिया है उन्हें धन्यवाद दिया जायेगा। सभी मंत्री तथा विधायक भी एक-एक स्कूल को अभियान के तहत गोद लें।
वे स्वयं भी माह में दो बार किसी एक स्कूल में पढ़ाने जायेंगे। स्कूलों में अच्छी साहित्यिक और प्रेरणादायी पुस्तकें उपलब्ध करवायी जाये। स्कूलों में बालसभा को बहुद्देश्यीय बनायें। सभी स्कूलों में वार्षिकोत्सव किये जायें। शाला प्रबंध समितियों की नियमित बैठक की जायें। अपने स्कूलों से जुड़ने के लिये लोगों को प्रेरित किया जाये।
बताया गया कि गत 18 फरवरी को मिल-बाँचें मध्यप्रदेश अभियान में एक लाख 92 हजार 260 वालिंटियर स्कूलों में गये। कई वालिंटियरों ने स्कूलों के लिये सामग्री और पुस्तकें दीं। इन वालिंटियरों का सहयोग सह अकादमिक गतिविधियों में लेने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा योजना बनाई गई है। विद्यालय उपहार योजना में 3 करोड़ 21 लाख रूपये की सामग्री स्कूलों को मिली है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव द्वय श्री अशोक वर्णवाल और श्री एस.के.मिश्रा, सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।