- May 22, 2015
मसालों की खुशबू : कालाबाजारी व मंहगाई पर अंकुश
जयपुर -सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक और रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन के सहकार मेले में दीप प्रज्ज्वलन और फीता काटने के साथ ही जवाहर कला केन्द्र सहकारी मसालों की खुशबू से सराबोर हो गया। सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने कहा कि आमलोगों तक शुद्घ मसाले पहुंचाने के लिए सहकारी संस्थाओं को व्यापक स्तर पर आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सहकारी प्रयासों से ही कालाबाजारी व महंगाई पर अंकुश लगाया जा सकता है।
सहकारिता मंत्री श्री किलक आज जवाहर कला केन्द्र पर रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन के साथ छह दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेले का श्रीगणेश प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ कर रहे थे। सहकारिता मंत्री ने रजिस्ट्रार के साथ मेले की एक-एक स्टॉलों का अवलोकन किया, उत्पादों को जांचा परखा और नाथद्वारा की ठंडाई, अमूल के लहसुन ब्रेड, केरी की छाछ, आंवला केन्डी आदि को चखा, मसालों खासतौर से जीरा, हींग, धनिया, जीरावन जैसे उत्पादों को सूंघ कर उनकी गुणवत्ता को परखा।
उन्होंने मेले में हिस्सा ले रही सहकारी संस्थाओं से उनके उत्पादों के बारें में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मसाला उत्पादक किसानों को प्रोत्साहित करने, उनके मसालों का मूल्य संबद्र्घन (वेल्यू एडिसन) कर लाभकारी मूल्य दिलाने और आम नागरिकों को उचित मूल्य पर शुद्ध मसाले उपलब्ध कराने के पावन उद्देश्य से सहकार मसाला मेले का आयोजन किया गया है।
श्री अजय सिंह किलक ने कहा कि मसाले सीधे आम आदमी के स्वास्थ्य से जुड़े होने के बावजूद इनमें ही सबसे ज्यादा मिलावट के मामले सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि मसाले स्वाद कारक ही नहीं होकर इनमें हमारी स्वास्थ्य रक्षा के संपूर्ण गुण मौजूद होते हैं और यही कारण रहा कि हमारे दैनिक खान-पान में मसालों को विशेष महत्व दिया गया।
सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन ने बताया कि मंहगाई और मिलावट के दौर में सहकारिता ने आमनागरिकों के हित में सहकार मेलों के माध्यम से नई पहल की है। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं को गुणवत्ता बनाये रखते हुए विश्वसनीयता भी बनाये रखनी होगी। उन्होंने बताया कि मसाला मेले में 115 से अधिक स्टॉलो मेें अन्य प्रदेशों की संस्थाओं सहित प्रदेश की प्रमुख सहकारी समितियां हिस्सा ले रही है।
गौरतलब है कि छह दिवसीय सहकार मसाला मेले में मथानियां की मिर्च, रामगंज मण्डी का धनिया, नागौर की मैथी, कसूरी मेथी, सांगली की हल्दी, तमिलनाडू की सहकारी समितियों की मसाले, स्पाइस बोर्ड के मसालें, हेफैड के चावल, चीनी, तेल आदि विशेष रुप से आकर्षित कर रही है। मसाला मेले में प्रवेश नि:शुल्क है। मेले मेें साबुत, पिसे हुए मसालों के साथ ही मौके पर ही मसाले पीस कर देने की व्यवस्था है।
इस अवसर पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार द्वितीय श्री विजय प्रकाश जोशी, उपभोक्ता संघ के प्रबंध संचालक श्री विजय शर्मा, तिलम संघ के प्रबंधसंचालक श्री सी.एम. अग्रवाल, राइसम निदेशक श्री सुरेन्द्र सिंह, अतिरिक्त रजिस्ट्रार जयपुर श्रीमती शशीकला शर्मा, अतिरिक्त रजिस्ट्रार उदयपुर श्री राजेन्द्र भट्ट विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व बड़ी संख्या में जयपुरवासी उपस्थित थे।
शुक्रवार को मेवाड़ उत्सव
शुक्रवार को जवाहर कला केन्द्र पर उदयपुर संभाग द्वारा मेवाड़ उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर मेवाड़ व गुजरात के लोककलाकारों द्वारा सायंकाल 7 बजे से संास्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।