मध्यप्रदेश : गाँवों के विकास के लिये प्रथम पुरस्कार प्रदान

मध्यप्रदेश : गाँवों के विकास के लिये प्रथम पुरस्कार प्रदान

आर.एस. पाराशर—————————–प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज झारखण्ड के जमशेदपुर में पंचायत राज सम्मेलन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव को मध्यप्रदेश में गाँवों के विकास में उत्कृष्ट कार्यों के लिये प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में किये गये उत्कृष्ट कार्य और संवैधानिक उपबंधों के पालन के लिये दिया गया है।

प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्र में 20 जिले के 5211 गाँव हैं। पंचायत राज दिवस पर हुए इस सम्मेलन में झारखण्ड की राज्यपाल श्रीमती द्रोपदी मुरमू, केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायत राज, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री श्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री सुदर्शन भगत और केन्द्रीय पंचायत राज्य मंत्री श्री निहालचंद भी उपस्थित थे।

अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत राज को मजबूत करने के लिये मध्यप्रदेश में तीन अलग-अलग आयाम में विशेष प्रबंध कर लगातार उल्लेखनीय कार्य उत्कृष्टता के साथ किये गये हैं। इनमें कोष, कार्यकलाप एवं कार्मिक प्रबंधन शामिल है। ये तीनों आयाम पंचायतों की सफलता के आधार स्तम्भ होते हैं।

इन पर फोकस कर मध्यप्रदेश में ग्रामीण विकास की रणनीति बनाकर काम किये गये, जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हुई। इस कार्य की प्रशंसा केन्द्र सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति ने भी की थी। समिति ने सभी मापदण्डों पर मध्यप्रदेश को खरा पाया था। यही कारण है कि देश में मध्यप्रदेश को सर्वोच्च स्थान मिला है।

समारोह में प्रदेश की 14 ग्राम, 2 जिला और 2 जनपद पंचायत को पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार दिये गये। इंदौर और देवास जिला पंचायत तथा बैरसिया (भोपाल) और डिण्डोरी जनपद पंचायत पुरस्कृत हुई। किशनपुर जिला होशंगाबाद ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार दिया गया।

आज पुरस्कृत ग्राम पंचायतों में बच्छरवाल, नयापुरा (देवास), हरदा खुर्द, बारंगा (हरदा), छतरपुर (अनूपपुर), निपानिया (सीहोर), बानाखेड़ा, सहेली, पौनी, सेमरी हरचंद, पारादेव, रंधाल (होशंगाबाद) पंचायत शामिल हैं।

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