मतदाता शिक्षा पर नई दिल्ली घोषणा’ –मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. नसीम जैदी

मतदाता शिक्षा पर नई दिल्ली घोषणा’  –मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. नसीम जैदी

पेसूका ————– भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. नसीम जैदी ने विश्व की चुनाव प्रबंधन समितियों का आह्वान किया है कि वे पारस्परिक सहमति के आधार पर बने ढांचे ‘मतदाता शिक्षा पर नई दिल्ली घोषणा’ के माध्यम से कार्य करने के लिए सतत साझेदार बनें। डॉ. जैदी मतदाता शिक्षा पर विश्व में पहली बार आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद मुख्य भाषण दे रहे थे।

मतदाता शिक्षा पर वैश्विक सम्मेलन का शीर्षक है ‘समावेशी शिक्षित और नीतिपरक भागीदारी’। सम्मेलन का आयोजन 19 से 21 अक्टूबर, 2016 तक भारत निर्वाचन आयोग द्वारा यूएनडीपी के सहयोग से किया जा रहा है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि यह सम्मेलन विश्व की 40 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व एक छत के नीचे करता है। विश्व मंच पर इससे सम्मेलन का महत्व जाहिर होता है। डॉ. नसीम जैदी ने कहा कि लोकतंत्र के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते समय यह तथ्य भूला दिया जाता है कि चुनाव जनता से जुड़े होते हैं, जनता के बारे में होता है और जनता के लिए होते हैं।

‘कोई मतदाता पीछे नहीं रहेगा’ का नारा देते हुए डॉ. जैदी ने कहा कि दो दिन के इस सम्मेलन के केन्द्र में जनता है और सम्मेलन में विस्तृत रूप से विचार-विमर्श किया जाएगा, ताकि मतदाता शिक्षा और चुनाव में मतदाता की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए दुनियाभर में प्रचलित श्रेष्ठ व्यवहारों को अपनाया जा सके।

सम्मेलन के प्रस्तावित प्रारूप प्रस्ताव में कहा गया है कि मतदाता चुनावी संरचना का केन्द्र बिन्दु है और प्रत्येक मतदाता को चुनाव प्रक्रिया तथा तौर-तरीकों के बारे में जागरूक और शिक्षित होना चाहिए, ताकि मतदाता की शिक्षित और नीतिपरक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।

डॉ. जैदी ने भारत के 2014 के संसदीय चुनाव में मतदाता की सुनियोजित शिक्षा और मतदाता भागीदारी (एसवीईईपी) की सफलता का जिक्र किया। यह कार्यक्रम भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 2009 भारत में मतदाता शिक्षा में कमी को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया था।

एसवीईईपी के परिणामस्वरूप 2014 के आम चुनाव में 66.4 प्रतिशत भागीदारी हासिल की गई और इसमें लैंगिक अंतर 4.4 प्रतिशत (2009) से 1.55 प्रतिशत (2014) की कमी आई।

डॉ. जैदी ने विश्व की चुनाव प्रबंधन संस्थाओं से मतदाता शिक्षा पर ग्लोबल नॉलेज नेटवर्क VoICE.NET स्थापित करने का प्रस्ताव किया। यह ज्ञान संसाधनों को साझा करने, विचार-विमर्श करने, विभिन्न देशो की घटनाओं और व्यवहारों के लिए वृह्द नवाचारी मंच होगा।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने भारत और विश्व की मतदाता शिक्षा सुविधाओं को दिखाने वाली प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में सूचना सामग्री, मॉडल, मतदान केन्द्र, ईवीएम पर लाइव मतदान प्रावधान, फोटो, वीडियो, थ्री डी मॉडल और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसति इंटरऐक्टिव गेम दिखाए गए हैं। प्रतिनिधियों के अनुरोध पर ईवीएम तथा वीवीपीएटी को विशेष रूप से दिखाया गया है।

निर्वाचन आयुक्त श्री ए.के. जोति तथा श्री ओ.पी. रावत ने विभिन्न विषयों, चुनौतियों तथा मतदाता शिक्षा भागीदारी को सृदढ़ बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रस्तुत नवाचारी समाधानों की चर्चा की।

श्री जोति ने सोशल मीडिया के माध्यम से युवा मतदाता को आकर्षित करने और दिव्यांग मतदाता के लिए अस्पतालों, वृद्ध आश्रमों तथा नेत्रहीन विद्यालयों में विशेष मतदान केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

उप-निर्वाचन आयुक्त श्री उमेश सिन्हा ने मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए नए कार्यों पर प्रस्तुतीकरण दिया।

सम्मेलन में 27 देशों तथा यूएनडीपी और आईएफईएएस, इंटरनेशनल आइडिया, हाइफा विश्वविद्यालय और मलेशियाई राष्ट्रमंडल अध्ययन केन्द्र के 200 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

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