• September 26, 2017

’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’-शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा मिले

’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’-शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा मिले

जयपुर, 26 सितम्बर। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनीता भदेल ने कहा कि ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना तब सफल होगी जब बेटियां ना केवल जन्म लें, बल्कि स्वस्थ रहें, पढ़ें और समाज के सुरक्षित वातावरण में उन्हें अपने व्यक्तित्व के विकास का भरपूर मौका मिले।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के सपने को सच करने के लिए हमें बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे हर मोर्चे पर एक साथ आगे बढ़ना होगा।

श्रीमती भदेल भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के अन्तर्गत निपसिड, नई दिल्ली के सहयोग से मंगलवार को जयपुर में आयोजित जिला टास्क फोर्स के सदस्यों की अन्तर्राज्यीय दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि बेटियों को उनका अधिकार मिले इसके लिए जरूरी है कि समाज की मानसिकता में बदलाव लाया जाए। हमें मिलजुल कर रूढ़िवादी मान्यताओं के खिलाफ संघर्ष करना होगा। श्रीमती भदेल ने कार्यक्रम के दौरान सभी को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।

महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती रोली सिंह ने इस अवसर पर कहा कि हर राज्य में ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की दिशा में अच्छे काम हुए हैं, हमें एक-दूसरे के अनुभवों से सीख लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि बेटियों के हक में बने कानूनों का भी सख्ती के साथ पालन होना चाहिये।

आयुक्त, महिला अधिकारिता श्रीमती रिचा खोड़ा ने कहा कि राजस्थान में झुंझुनू जिले में ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की दिशा में सराहनीय काम हुआ है। उन्होंने कहा कि बेटियों के सशक्तिकरण के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विकास विभाग को मिलजुल कर काम करने की जरूरत है।

इस कार्यशाला में गुजरात एवं मध्यप्रदेश के प्रतिनिधियों, राज्य में ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से जुड़े 14 जिले अलवर, सवाईमाधोपुर, टोंक, धौलपुर, भरतपुर, जयपुर, जोधपुर, करौली, श्रीगंगानगर, सीकर, जैसलमेर, हनुमानगढ़, दौसा एवं झुन्झुनू के जिला टास्क फोर्स के सदस्यों तथा राज्य स्तर से संबंधित विभागों के नोडल अधिकारी व प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार तथा निपसिड, नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

कार्यशाला के पहले दिन मंगलवार को योजना के दो वर्ष में किये गए कार्यों की समीक्षा की गई तथा गुजरात और मध्यप्रदेश राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ क्षेत्र में उनके द्वारा किये जा रहे नवाचारों, सफलताओं और आने वाली चुनौतियों के अनुभवों को साझा किया।

विभिन्न सत्रों के दौरान लिंगानुपात को सुधारने, बेटियों की शिक्षा और ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के सफल क्रियान्वयन से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को विभिन्न विषयों पर चर्चा के साथ पब्लिक फायनेंस मैनेजमेंट सिस्टम पर ट्रेनिंग सत्र का आयोजन भी किया जायेगा।

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