• May 28, 2018

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ– उपायुक्त सोनल गोयल देश की 25 प्रभावशाली महिलाओं में से एक

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ– उपायुक्त सोनल गोयल देश की 25 प्रभावशाली महिलाओं में से एक

झज्जर———- आसमान छूती बेटियां और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की सफलता ने झज्जर जिला के नाम राष्ट्रीय स्तर पर एक ओर उपलब्धि जोड़ दी है।
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भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से तैयार बुकलेट में झज्जर जिला की बेटियों की उपलब्धियों को दो पृष्ठ समर्पित किए गए है।

इस उपलब्धि की जानकारी उपायुक्त सोनल गोयल ने झज्जर में लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक में सांझा की।

उपायुक्त सोनल गोयल ने बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों के साथ बुकलेट में हुए झज्जर से जुड़ी उपलब्धियों को सबके साथ सांझा भी किया।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय करने वाले डा. अरविंद राणा व देश के अलग-अलग राज्यों से प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढऩे वाली पांच छात्राएं मंत्रालय के विशेष इंटर्नशिप प्रोग्राम से जुड़कर झज्जर जिला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की सफलता का अध्ययन करने पहुंचे हैं ।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स बैठक से पहले टीम के सदस्यों ने उपायुक्त सोनल गोयल से उनके कार्यालय में भेंट की तथा मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों से प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया।

डा. अरविंद राणा ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टास्क फोर्स की बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत हरियाणा विशेषकर झज्जर जिला में सराहनीय कार्य हुए है।

नारी की चौपाल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह-नए भारत की बेटियां, लिंगानुपात में सुधार के लिए जिला प्रशासन व राज्य सरकार की सक्रिय भूमिका की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा है।

इस उपलब्धि के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ-साथ झज्जर जिला की उपायुक्त सोनल गोयल व उनकी टीम प्रशंसा की पात्र है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा मंत्रालय की जिस पुस्तिका का विमोचन किया गया उसमें झज्जर जिला से संबंधित बेटियों की उपलब्धियों का जिक्र होना एक जिला के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

बैठक के दौरान उपायुक्त सोनल गोयल ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झज्जर जिला में लिंगानुपात की स्थिति महज 774 थी जो कि प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर 825 थी लेकिन झज्जर जिला में बीबीबीपी टास्क फोर्स के सराहनीय कार्य व मुख्यमंत्री कार्यालय की नियमित मॉनीटरिंग के जरिए 2017 में जन्म लेने वाले बच्चों में लिंगानुपात की स्थिति 920 रही जोकि झज्जर जिला के संदर्भ में वर्तमान में सबसे अधिक दर है।

इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे जागृति, उमंग : एक पहल, सीएसआर के तहत आयोजित गतिविधियां तथा बाल रक्षक आदि कार्यक्रमों के बारे में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।

इस अवसर पर एडीसी सुशील सारवान, एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, एसडीएम बेरी एवं सीटीएम अश्विनी कुमार, डीएसपी भारती डबास, डीडीपीओ विशाल कुमार, सिविल सर्जन डा. राजबीर, डिप्टी सिविल सर्जन डा. राकेश, पीओ आईसीडीएस सुनीता सभ्रवाल, सीएमजीजीए निषिता बनर्जी, जिला सांख्यिकी अधिकारी अश्विनी मित्तल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

गोमती जिला (त्रिपुरा)की उपलब्धि भी बुकलेट में दर्ज

उपायुक्त सोनल गोयल के लिए प्रधानमंत्री द्वारा विमोचन की गई पुस्तिका में दर्ज उपलब्धियां दोहरी खुशी देने वाली रही है। उपायुक्त ने बैठक के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर जिला के साथ-साथ उनके मूल काडर त्रिपुरा के गोमती जिला में महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में उनके किए गए कार्यों को भी इस बुकलेट में दर्ज किया गया है।

उल्लेखनीय है कि गोमती जिला में महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर उपायुक्त सोनल गोयल को नीति आयोग की ओर से ट्रासफोर्मिंंग इंडिया के लिए कार्य करने वाली देश की 25 प्रभावशाली महिलाओं में चुना जा चुका है।

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