- December 28, 2020
बिहार को ‘डिजिटल इंडिया अवार्ड 2020’
प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और अपर सचिव रामचंद्रडू के साथ NIC के शैलेश कुमार श्रीवास्तव व नीरज कुमार तिवारी
********************************************************
पटना —- केंद्र सरकार द्वारा बिहार को ‘डिजिटल इंडिया अवार्ड 2020’ से सम्मानित किया जायेगा। कोरोना काल में बिहार सरकार द्वारा डिजिटल तरीके से लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए किये गए प्रयासों पर यह अवार्ड मिलेगा। इस अवार्ड के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों से 6 श्रेणियों में 190 आवेदन किये गए थे।
बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग और NIC को ‘महामारी श्रेणी’ में विजेता चुना गया है।
सरकारी विभागों द्वारा आम जनता के लिए तैयार किये गए उत्कृष्ट डिजिटल उत्पाद और सेवाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला ‘डिजिटल इंडिया अवार्ड’ एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है।
बिहार सरकार के ‘आपदा संपूर्ति पोर्टल’ को महामारी में अनुकरणीय इनोवेशन के लिए सम्मानित किया गया है। इस पोर्टल को NIC की तकनीकी देखरेख में विकसित किया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आगामी 30 दिसंबर को ‘डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2020’ से बिहार को सम्मानित करेंगे।
बिहार के लिए मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और अपर सचिव रामचंद्रडू के साथ NIC के शैलेश कुमार श्रीवास्तव व नीरज कुमार तिवारी यह सम्मान ग्रहण करेंगे।
बिहार सरकार के वे प्रयास, जिनके लिए मिलेगा अवार्ड
मार्च 2020 में कोरोना महामारी को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा की गयी थी। लॉकडाउन के दौरान बिहार के लोग काफी संख्या में बाहर के राज्यों में फंसे हुए थे। ऐसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए बिहार सरकार ने कई तत्कालीन उपाय किये थे, जिनमें डिजिटल माध्यमों का प्रयोग किया गया था।
बिहार कोरोना सहायता मोबाइल ऐप के जरिये बाहर फंसे राज्य के 21 लाख से अधिक लोगों को वित्तीय सहायता पहुंचायी गई।
बिहार में 1.64 करोड़ राशन कार्ड रखने वाले परिवारों को 3 महीने का अग्रिम राशन प्रदान किया गया और 1000 रुपये की वित्तीय सहायता भी दी गई।
बाहर फंसे लोगों के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग, नई दिल्ली स्थित बिहार भवन एवं बिहार फाउंडेशन, मुंबई में डेडिकेटेड कॉल सेंटर्स की व्यवस्था की गई। इनके माध्यम से लोगों ने अपनी परेशानियां साझा की, जिसके तत्काल निदान की व्यवस्था की गई।