- April 1, 2016
बिना कोनो खर्चा करे, बेटी के विवाह होवथ हावय
दुर्ग —————- जब-जब गांव में कोनो दूसर के घर में शादी होथे, ओला देख के अपन बेटी के विवाह कैसे होही, ये सवाल सोच के कोनो भी मां-बाप के लिए चिन्ता के विषय होथे।
अइसन स्थिति म गरीब मां-बाप के चिन्ता अउ बड़ जाथे। मां-बाप ईही सोच-सोच के चिन्ता म डुब जाथे। जइसन-जइसन बेटी हा बड़े होत जाथे, वइसन चिन्ता के लकीर हा बढ़त जाथे।
लेकिन आज के समय में अइसन चिन्ता करे के समय नहि रही गे हावय। काबर की मां-बाप के अइसन पीड़ा ल समझ के मुख्यमंत्री ह अपन सरकारी खर्चा म शादी करे के सुघ्घर काम करे हे, जेकर से गरीब घर के बेटी के विवाह भी अपन रीति रिवाज के साथ बिना कोनो खर्चा के होवथ हावय।
अउ अइसन विवाह होय से गरीब आदमी ल दहेज दे के चिन्ता भी नहि होवय। बिना कोनो खर्चा करे बेटी के विवाह होवथ हावय, अउ गरीब घर के बेटी ल ओकर जीवन साथी की मिल जावथ हे।
यह कहना है ग्राम तिरगा के गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले श्री संतोष निषाद का। उन्होंने बताया कि आज दुर्ग जिले के ग्राम मोहलई में उनकी बेटी का मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह हो रही है। उन्होंने बताया कि उसकी पांच पुत्री व एक पुत्र है, वह खेती-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। परिवार में वह कमाने वाला एक अकेला व्यक्ति है, जिसकी मेहनत मजदूरी से परिवार का खर्च चलता है। ऐसे परिस्थिति में वह अपनी पुत्री का विवाह करने में असमर्थ था।
93 जोड़े बंधे परिणय-सूत्र —— बलौद बाजार-भाटापारा——–जिला मुख्यालय बलौदा बाजार के नगर भवन में वैदिक मंत्रोच्चारण से 93 जोड़ों का जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत जिला स्तरीय सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। यह आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रत्येक जोड़े को एक हजार रूपये नगद, जीवनोपयोगी सामग्री एवं श्रृंगार सामग्री दी गई। जनप्रतिनिधियों ने नवविवाहित जोड़ों के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं उन्हें आर्शीवाद दिया। शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत निर्धन परिवारों की कन्या के विवाह के संबंध में होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए शासन ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को प्रारंभ किया।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत निर्धन कन्याओं को सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन के लिए प्रति निर्धन कन्या हेतु पंद्रह हजार रूपये तक का व्यय का प्रावधान है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मारकण्डे ने नवविवाहित जोड़ों को आर्शीवाद देते हुए कहा कि सरकार की इस बड़ी योजना से निर्धन परिवार के युवती के माता-पिता को विवाह की समस्या से मुक्ति मिली।
इसी तरह जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुलोचना यादव ने नवविवाहितों को परिवारिक जीवन प्रवेश करने की शुभकामना देते हुए कहा कि जीवन का यह द्वितीय पड़ाव महत्वपूर्ण है। परिवार की व्यवस्थित देखभाल करने के साथ-साथ समाज के विकास में भी भूमिका निभाए।
कलेक्टर डॉ.बसवराजु एस. ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों को अपने कन्याओं के विवाह की चिंताओं को दूर करने के लिए शासन ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आज 93 कन्याओं को परिणय-सूत्र में जोड़ा गया। नवविवाहित वर-वधु को सुखमय जीवन का आर्शीवाद दिया।
इस अवसर पर पार्षद श्रीमती शकुंतला साहू, श्रीमती रीटा केशरवानी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री वरूण सिंह नागेश, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्रीमती आई.टोप्पो, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सामूहिक विवाह में शामिल जोड़ों के परिजन एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
विवाह योग्य होने के बाद भी गरीबी के कारण वह अपनी पुत्री का विवाह नहीं करा पा रहा था। गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की जानकारी दिए जाने पर उनका मन गदगद हो गया। आज उसकी बेटी का विवाह सम्पन्न होने से उनकी परिवार की चिन्ता दूर हो गई है। उन्होंने योजना के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आभार प्रकट करते हुए कहा है कि योजना से उनके जैसे कई परिवारों की चिन्ता दूर हो रही है।