- August 27, 2016
बाल कल्याण गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करें
जयपुर, 27 अगस्त। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के साथ ही बच्चों के विकास की सभी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने का आह्वान किया है और कहा है कि आदिवासी क्षेत्रों में इस दिशा में विशेष प्रयासों की आवश्यकता है।
श्रीमती चतुर्वेदी ने शनिवार को उदयपुर सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक में यह आह्वान किया। श्रीमती चतुर्वेदी ने जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता सहित जिलास्तरीय उच्चाधिकारियों से भी चर्चा की और जनसुनवाई करते हुए विभिन्न विषयों पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने बाल अधिकारों से संबंधित तमाम पहलुओं पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और बाल कल्याण गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने नवीन जे.जे. एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन, आरटीई को प्रभावी ढंग से लागू करने, शिशु एवं किशोर गृह की स्थिति को बेहतर बनाने, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम -2012 के सार्थक क्रियान्वयन, बाल श्रम उन्मूलन, आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण प्रबन्धन को गुणात्मक बनाने आदि पर निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि आगामी 8 व 9 सितम्बर को कोटड़ा एवं उदयपुर में भ्रमण तथा जनसुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है इसमें बच्चों के अधिकारों और बाल कल्याण से संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण आदि हिस्सा लेंगे। उन्होंने उदयपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि वे 8 व 9 सितम्बर को उदयपुर में आयोजित बैठक एवं जन सुनवाई के लिए तैयारी आरंभ करें और इसमें सभी जरूरी विभागाेंं की सहभागिता सुनिश्चित करें।
श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों की शिक्षा, पोषण, चिकित्सा, सुरक्षा आदि विषयों को गंभीरता से लेने के निर्देश देते हुए कहा कि बाल श्रम व पलायन रोकने के लिए खास प्रयास करने के साथ ही यह भी जरूरी है कि बच्चों के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण और इनके भविष्य को सँवारने की दिशा में भी ठोस काम किए जाएं। इसके लिए सकारात्मक चिन्तन के साथ बहुआयामी गतिविधियों का संचालन जरूरी है।
जन सुनवाई में सुनी समस्याएं इस दौरान महाविद्यालयी बालिकाएं उनसे मिली और जनजाति क्षेत्र में बालिकाओं की समस्याओं के बारे में अवगत कराया। चतुर्वेदी ने इन बालिकाओं से एकान्त में चर्चा की और उनकी परेशानियों को सुना तथा ठोस कार्यवाही का आश्वासन दिया। उदयपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने बच्चों की समस्याओं व अन्य विषयों पर श्रीमती मनन चतुर्वेदी से बातचीत की और समस्याओं के समाधान का आग्रह किया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) ओ.पी. बुनकर सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।