बारात रोककर दूल्हों ने किया मतदान

बारात रोककर दूल्हों ने किया मतदान

बैतूल में पिंक बूथ पर सेल्फी का क्रेज

बैतूल जिले में महिलाओं की सुविधा के लिये बनाये गये पिंक बूथ आकर्षण के केन्द्र रहे। यहाँ महिलाएँ उत्साह के साथ मतदान के साथ सेल्फी लेती भी देखी गयीं। बैतूल के अम्बेडकर सामुदायिक भवन में बनाये गये पिंक बूथ पर लीना और पंकज साहू अपने 3 माह के बच्चे के साथ मतदान करने आये, तो पहले सेल्फी लेने लगे। उन्होंने कहा कि इतनी अच्छी सुविधा और साज-सज्जा मतदाताओं को मतदान के लिये प्रेरित कर रही है।

मुलताई विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र बिरोली पर 90 वर्षीय रामजी पंवार और बैतूल विधानसभा क्षेत्र के विनोबा वार्ड मतदान केन्द्र पर दिव्यांग श्री अनिल पंवार ने मतदान सुविधाओं की तारीफ की। भैंसदेही विधानसभा क्षेत्र के बेलकुण्ड मतदान केन्द्र पर श्रीमती ज्योति तांडिलकर ने अपने एक माह के बच्चे के साथ मतदान किया। उन्होंने कहा कि अच्छी व्यवस्था से उन्हें मतदान में तकलीफ नहीं हुई।

बैतूल कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े और पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेयन ने भी लाइन में लगकर मतदान किया।

बारात रोककर दूल्हों ने किया मतदान

प्रदेश में दूसरे चरण के मतदान में कई स्थानों पर दूल्हों ने बारात रोककर पहले मतदान किया, फिर आगे रवाना हुए। बैतूल जिले के बैतूल बाजार में राजेश अलूने, सागर जिले के देवरी में केशव प्रजापति और नरसिंहपुर के ग्राम नयाखेड़ा में सुभाष कौरव ने पहले मतदान किया, फिर बारात लेकर रवाना हुए।

दुल्हन पूजा रजक भी पीछे नहीं

विधानसभा क्षेत्र गाडरवारा के ग्राम केकरा में बेटी पूजा रजक की शादी की रस्में चल रही थीं। हल्दी की रस्म की तैयारी थी। पूजा ने इस रस्म के पहले मतदान करने की जिद की, तो परिजन हैरान हुए। आखिरकार उन्होंने पूजा के निर्णय को सही ठहराया। पूजा ग्राम के मतदान केन्द्र पहुँची और अपने मताधिकार का उपयोग किया।

82 वर्षीय डॉ. भागचंद जैन स्टिक के सहारे पहुँचे मतदान करने

दमोह जिला मुख्यालय के न्यू पुलिस लाइन मतदान केन्द्र क्रमांक-157 में सेवानिवृत्त प्रोफेसर 82 वर्षीय डॉ. भागचंद जैन स्टिक के सहारे स्वयं मतदान करने पहुँचे। साथ में पत्नी सरोज सांधेलिया और बहू सुधा भी थीं।

जालम को व्हीव्हीपेट के माध्यम से वोट डालने का उत्साह

75 वर्षीय जालम उर्फ बाबूलाल मशीन से वोट डालने के लिए उत्सुक थे। उन्होंने जेपीबी स्कूल मतदान केन्द्र पर मतदान किया। वे कहते हैं ‘वोट तो उम्र के इस पड़ाव तक कई बार मतदान किया पर ईव्हीएम मशीन जब से आई है, तब से उन्होंने पहली बार मतदान किया।”

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