- October 30, 2015
बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए खेलकूद प्रतियोगिता जरुरी – शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर – शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि खेलकूद प्रतियोतिाएं शिक्षा से जुडी हुई है। बिना खेलकूद के शिक्षा अधूरी हैे। शिक्षा के अन्तर्गत किताबी ज्ञान अलग है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का होना बहुत जरुरी है। मन मस्तिष्क को स्वस्थ रखना भी जरुरी और मन मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब अपना शरीर स्वस्थ रहेगा और शरीर स्वस्थ तभी रह सकता है जब बच्चा खेलेगा कूदेगा।
प्रो. देवनानी शुक्रवार को भीलवाड़ा के आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में विद्याा भारती, अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 28वां राष्ट्रीय खेलकूद समारोह के तहत बास्केट बाल 14, 17 व 19 वर्ष छात्र-छात्राओं की प्रतियोगिताओं का ध्वजारोहण कर उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विद्या भारती, अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है यह बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में खेल भावना एवं अपने देश की संस्कृति के प्रति सम्मान की भावना जागृत होगी। उन्होंने कहा कि खेल भावना से बच्चों में अच्छे संस्कारों का संचार होता है।
शिक्षामंत्री ने कहा कि विद्यालय में बच्चों को जो पाठ्यसामग्री पढ़ाई जाती है उन पाठ्य पुस्तकों में देश के महान व्यक्तियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों को अकबर महान के बारे में पाठ पढाया जाता है इसी प्रकार उन्हें राजस्थान के महान महाराणा प्रताप का भी पाठ पढाया जाना चाहिए ताकि बच्चों को अपने देश के प्रति देशपे्रम एवं देशभक्ति की भावना जागृत हो सके। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को भारत के महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट , भास्कर जैसों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई जाये।
उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा शहर में भारत के अलग अलग हिस्सों से खिलाड़ी आये हैं। अलग अलग प्रान्त भाषा के होते हुए भी सभी अपने भारत देश के खिलाडी हैं। इनके साथ खेलने से सामुदायिकता और आपसी पे्रम की भावना पैदा होती है। ये बच्चे देश के लिये जियेंगे, देश के लिये खेलेंगे और देश के लिए पढेंगे और विश्व में अपने देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की कमी में काफी सुधार आया है तथा प्रयास किया जा रहा है कि बच्चों एवं अध्ध्यापकों का अनुपात को भी जल्द दुरुस्त कियाजायेगा।
करीब 5 हजार स्कूलों को क्रमोन्नत किया जा चुका है। शिक्षा अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिये गये हैं कि जहां स्कूलों में अध्यापकों की कमी है उन स्कूलों में रिटायर्ड व्यक्तियों को लगाया जाये ताकि स्कूलों में बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि विद्यालयों की प्रभावी मोनेटरिंग के लिये राज्य के सभी जिलों में प्रभारी शिक्षा अधिकारी लगाने के भी निर्देश दिये गये हैं।
इस अवसर पर सांसद श्री सुभाष बहेडिया ने कहा कि विद्याभारती, अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा 28वां राष्ट्रीय खेलकूद समारोह बास्केटबाल आयोजन करना बडे ही हर्ष की बात है। पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों से खिलाड़ी आये हैं। राष्ट्रीय बास्केटबाल खेल जगत में उत्कृष्टता एवं मधुर यादों के साथ संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि भीलवाडा आगे चलकर इस्पात नगर के नाम से भी विख्यात होगा।
कार्यक्रम में विद्या भारती राजस्थान के संगठन मंत्री, मुख्य वक्ता श्री शिव प्रसाद ने कहा कि अच्छी शिक्षा श्रेष्ठ जीवन को खड़ा होना सिखाती है। उन्होंने कहा कि एक अच्छे खिलाड़ी में देश के प्रति देशभक्ति की भावना होना जरुरी है। खिलाड़ी को पूर्ण अभ्यास, नियमों का पालन करने तथा देशभक्ति का जज्बा हमेशा अपने दिलों दिमाग में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी को मेजर ध्यानचंद की तरह अभ्यास, गोपीचंद की तरह देशभक्ति तथा सुनील गावस्कर की तरह नियमों का पालन करने वाला होना चाहिए तभी वो अपने देश के लिए सही अर्थो में खेल पायेगा एवं आगे बढ पायेगा ।