• November 29, 2020

फुट पेट्रोलिंग– इलाके में अब क्राइम होगी उसके प्रभारी और उनके साथ रहने वाले जवान दोषी होंगे, कार्रवाई सबसे पहले उन पर होगी—क्विक रेस्पॉन्स टीम

फुट पेट्रोलिंग– इलाके में अब क्राइम होगी उसके प्रभारी और उनके साथ रहने वाले जवान दोषी होंगे, कार्रवाई सबसे पहले उन पर होगी—क्विक रेस्पॉन्स टीम

पटना — बिहार में क्राइम कंट्रोल को लेकर पुलिस अफसरों और जवानों पर सख्ती की गई है। किसी भी इलाके में क्राइम होने पर सीधे थानेदार के ऊपर कार्रवाई हो जा रही थी, लेकिन अब सीधे तौर पर ऐसा नहीं होगा। जिस इलाके में अब क्राइम होगी उसके प्रभारी और उनके साथ रहने वाले जवान दोषी होंगे, कार्रवाई सबसे पहले इन पर होगी।

बिहार की पुलिसिंग में और इनके काम-काज के तरीकों में बदलाव किया गया है।

दिल्ली के तर्ज पर बीट पुलिसिंग की व्यवस्था की गई है।

डीजीपी एसके सिंघल की तरफ से एक आदेश जारी।

इस आदेश को लेकर आईजी मुख्यालय नैयर हसनैन खान ने सभी रेंज के आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी (रेल सहित) को एक लेटर 27 नवंबर को ही भेज दिया है।

अपने आदेश में डीजीपी ने सभी जिलों में थाना स्तर पर तत्काल प्रभाव से फुट पेट्रोलिंग की व्यवस्था लागू कराने को कहा है। साथ ही जिला पुलिस के कप्तान को समय समय पर फुट पेट्रोलिंग की इस व्यवस्था का रिव्यू करने का निर्देश दिया है।

सिपाही और हवलदारों के लिए खास निर्देश

अपने आदेश में पुलिस मुख्यालय ने सिपाहियों और हवलदारों के लिए खास निर्देश दिया है। ग्राउंड स्तर पर पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए अब इनका पूरा उपयोग होगा। ब्रास संख्या के साथ सिपाहियों और हवलदारों को पुलिसिंग में लगाया जाएगा। वैसे सिपाही जिनकी नौकरी अभी 10 साल से कम की है, इन सभी को ऑफिस और स्टैटिक ड्यूटी से हटाने का आदेश दिया गया है। ऐसे सिपाहियों को हथियार के साथ फील्ड ड्यूटी लेने को कहा गया है।

CAPF की तरह काम करे QRT

बिहार पुलिस की क्विक रेस्पॉन्स टीम (QRT) को लेकर है।

क्राइम कंट्रोल को लेकर डीजीपी चाहते हैं कि क्यूआरटी में शामिल पुलिस अफसर और जवान ठीक वैसे ही दिखें व काम करें, जैसे सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स (CAPF) करती है।

कुख्यात अपराधियों को पकड़ने और लॉ एंड ऑर्डर को संभालने में क्यू आर टी का इस्तेमाल करने को कहा गया है।

हर हाल में करें नौकरी से बर्खास्त

पुलिस की नौकरी करते हुए गलत काम करने वाले कई अफसर और जवान पकड़े गए थे। ऐसे लोगों के खिलाफ विभागीय जांच भी हुई, लेकिन इन्हें बर्खास्त करने की प्रक्रिया अभी पेंडिंग है। जिसे डीजीपी ने जल्द पूरा करने का आदेश दिया है। जिसके खिलाफ ठोस सबूत हैं, वैसे लोगों को जल्द से जल्द बर्खास्त करने को कहा है। इसके अलावा अपराधियों, जमीन, बालू और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ रखने वाले पुलिस अफसर व जवानों के खिलाफ कंप्लेन मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

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