- August 3, 2015
प्रदेश में 46 हजार से अधिक बुनकरों को मिल रहा नियमित रोजगार
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रायपुर- हाथकरघा बुनकरों को उनके उत्पादन के लिए बेहतर बाजार दिलाने के अनेक उपाय राज्य शासन द्वारा किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सरकारी कार्यालयों में लगने वाले कपड़ों की खरीदी बुनकरों की सहकारी समितियों से की जा रही है। यह खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के माध्यम से हो रही है, जिसे इसके लिए नोडल एजेंसी बनाया है।
ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में माह जुलाई तक विभिन्न विभागों को 78 करोड़ 23 लाख रूपए के कपड़ों की पूर्ति की जा चुकी है। इस वर्ष विभिन्न विभागों से अब तक 149 करोड़ 14 लाख रूपए का क्रय आदेश प्राप्त हुआ है। इसके विरूद्ध 78 करोड़ 23 लाख रूपए का कपड़ा प्रदाय किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश के हाथकरघा बुनकरों को नियमित रूप से रोजगार मिल रहा है।
वर्तमान में राज्य में 46 हजार से अधिक बुनकर हाथकरघा कपड़ों की बुनाई में संलग्न है। शासकीय वस्त्र प्रदाय योजना के तहत स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत सर्व शिक्षा अभियान और राजीवगांधी शिक्षा मिशन के स्कूलों के लिए भी हाथकरघा कपड़ों की खरीदी की जा रही है। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास, गृह (पुलिस), होमगार्ड, जेल सहित अन्य विभागों को कम्बल, दरी, चादर, गणवेश, मच्छरदानी, टाटपट्टी, गाज बैण्डेज आदि की पूर्ति की जा रही है।