- January 10, 2016
प्रथम जनजाति छात्रावास खेलकूद प्रतियोगिता सम्पन्न : सांसद अर्जुनलाल मीणा
उदयपुर, 10 जनवरी/जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से उदयपुर के महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय प्रथम राज्यस्तरीय जनजाति छात्रावास खेलकूद प्रतियोगिताएं रविवार को सम्पन्न हो गई।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पहली बार जनजाति छात्रावासों के विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा की पहल पर किया गया और आशातीत रूप से सफल रहा।
विजेताओं को अतिथियों ने दिए पुरस्कार
इसके समापन अवसर पर आयोजित समारोह में उदयपुर क्षेत्र के सांसद अर्जुनलाल मीणा एवं उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने विजेताओं खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किये तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों, प्रतिस्पर्धा को आशातीत सफलता दिलाने वाले आयोजकों व सहयोगियों का शॉल ओढ़ाकर तथा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने प्रतियोगिता समापन की घोषणा की और खेल ध्वजावतरण किया। खेल ध्वज अतिरिक्त आयुक्त हर्षसावन सुखा को सौंपा गया।
समारोह में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव खेमराज चौधरी, जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त भवानीसिंह देथा, बांरा जिला परिषद सदस्य काशीराम मीणा, अतिरिक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त हर्षसावन सुखा सहित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अधिकारी, शासन सचिवालय की खेल अधिकारी सुश्री मालती चौहान, अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी निर्मलेश माथुर, राजस संघ के महाप्रबन्धक लियाकत हुसैन, जनजाति उपयोजना क्षेत्र के खेल प्रशिक्षक, कोच, खेल छात्रावासों के अधीक्षक तथा छात्र एवं छात्रा खिलाड़ी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। संचालन श्रीमती पार्वती कोटिया व आभार प्रदर्शन परियोजना अधिकारी बाबूलाल कटारा ने किया।
अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों का सम्मान
समारोह में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में धाक जमाने वाले नरेश डामोर, सुरेश खड़िया, लालसिंह निनामा, जयन्तीलाल निनामा, नंदकिशोर डामोर एवं धनेश्वर मईड़ा और मुख्य निर्णायकों देवनारायण धाबाई, नरेश डामोर एवं जोगसिंह राठौड़ को शॉल,प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रभारियों का सम्मान
तीन दिवसीय प्रतियोगिताओं को आशातीत सफलता देने के लिए प्रतियोगिता से संबंधित समितियों के प्रभारी अधिकारियों अतिरिक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त हर्षसावन सुखा, परियोजना अधिकारी बाबूलाल कटारा, संयुक्त निदेशक(कृषि) पंकजकुमार मिश्रा, वित्तीय सलाहकार डॉ. कुमुदिनी चाँवरिया, शासन सचिवालय की खेल अधिकारी सुश्री मालती चौहान, अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी निर्मलेश माथुर, प्रचार-प्रसार समिति के प्रभारी अधिकारी उप निदेशक (सूचना एवं जनसंपर्क) डॉ. दीपक आचार्य, खेल अधिकारी विक्रमसिंह चन्देल, मंच संचालिका श्रीमती पार्वती कोटिया, उप जिला शिक्षा अधिकारी(शारीरिक शिक्षा) लक्ष्मण सालवी, राजस संघ के महाप्रबन्धक लियाकत हुसैन, स्वच्छ परियोजना के लक्ष्मण गुर्जर, अधीक्षक कुन्दन पण्ड्या,राजेन्द्र जैन, सूर्यप्रकाश सालवी, उप जिला शिक्षा अधिकारी मगनलाल जोशी एवं अभिलाषासिंह खराड़ी और श्रेष्ठतम भोजन व्यवस्था के लिए धूलजी भाई एवं लोकेश धूलजी पंचोली, दीपाली, अनसूया जैन, सुरेश शर्मा, गजेन्द्र चौबीसा, सुभाष गांधी आदि को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ सेवाओं के लिए 20 स्काउट्स को भी सम्मानित किया गया।
खेल विकास के भरपूर प्रयास जारी
समारोह को संबोधित करते हुए उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने राजस्थान में पहली बार जनजाति छात्रावासों के विद्यार्थियों के लिए राज्यस्तरीय प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा का आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रदेश में जनजाति खिलाड़ियों को आगे लाने के लिए सरकार द्वारा खेल सामग्री मुहैया कराने और छात्रावासों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने सहित विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रतिस्पर्धा के सभी आयामों से जुटें
सांसद मीणा ने खिलाड़ी छात्र-छात्राओं से कहा कि वे खेल, पढ़ाई एवं कोचिंग के साथ ही आईटी व संचार क्रांति आदि सभी गतिविधियों मेें रुचि लें और प्रतिस्पर्धाओं में अव्वल स्थान पाने के लिए समर्पित होकर जुटें। सांसद ने आगामी प्रतिस्पर्धाओं में कबड्डी एवं खो-खो जैसे पारंपरिक खेलों का भी समावेश करने का सुझाव दिया।
सांसद ने बताया कि श्रेष्ठतम उपलब्धियां पाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों से जोड़कर उनका भविष्य संवारने के लिए प्रयास जारी हैं और इस बारे में केन्द्र सरकार के स्तर पर पहल भी की गई है।
खिलाड़ियों के हरसंभव सहयोग
उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने खेल और पढ़ाई के प्रति सजग रहने का आह्वान करते हुए खेल भावना को सर्वोपरि रखकर जीवन विकास करने पर जोर दिया। मीणा ने खेल मैदानों के समतलीकरण, ख्ेाल सामग्री की उपलब्धता और खिलाड़ियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
पढ़ाई और खेलों में दक्षता पाएं
आरंभ में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव खेमराज चौधरी ने प्रतिस्पर्धाओं को खेल में निखार लाने, नया हुनर सीखने, टीम भावना के साथ काम करने और अनुशासन की प्रेरणा देने वाला बताया। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि वे पूरी निष्ठा और लगन से निरन्तर अभ्यास करें और अपनी क्षमताओं का भरपूर उपयोग करते हुए सर्वश्रेष्ठता प्राप्त करें तथा पढ़ने की ताकत के सहारे नई चुनौतियों पर विजय प्राप्त करें।
खेल सुविधाओं का लाभ उठाएं
तीरंदाजी प्रशिक्षक धनेश्वर मईड़ा ने जनजाति खिलाड़ियों के लिए और अधिक अवसर एवं सुविधाओं की जरूरत पर बल दिया और खिलाड़ियों से कहा कि वे खेल सुविधाओं का पूरा-पूरा लाभ उठाएं। संयुक्त निदेशक पंकज मिश्रा ने खिलाड़ियों के अनुशासन की तारीफ की और इसे जीवन भर अपनाने का आह्वान किया।
मनोहारी लोकनृत्यों ने मन मोहा
इस दौरान एकलव्य आवासीय विद्यालय प्रतापगढ़ की बालिकाओं ने मनोहारी राजस्थानी लोक नृत्य पेश कर मन मोह लिया। विष्णु जोशी के निर्देशन में मार्शल आर्ट वूशू का साहसिक प्रदर्शन सराहा गया। अपर्णा एवं साथियों ने नाटिका के माध्यम से आत्मरक्षा की झलक दिखाई।
विजेताओं को किया पुरस्कृत
तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं में विजेता एवं उप विजेता टीमों तथा प्रथम एवं द्वितीय रहे खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।
वालीबॉल
इनमें वालीबॉल(छात्र) में विजेता का खिताब आश्रम छात्रावास, जिला उदयपुर तथा उप विजेता का खिताब संभागीय खेल छात्रावास सरदारपुरा, उदयपुर को दिया गया।
वालीबॉल (छात्रा वर्ग) में विजेता का खिताब खेल छात्रावास मधुबन उदयपुर तथा उप विजेता का खिताब आवासीय विद्यालय, सागवाड़ा जिला डूंगरपुर को दिया गया।
एथलेटिक्स
एथलेटिक्स के अन्तर्गत 400 मीटर दौड़ (छात्र वर्ग) में संभागीय खेल छात्रावास, सरदारपुरा, उदयपुर के चंपालाल खराड़ी को प्रथम पुरस्कार तथा खेल छात्रावास, लोधा, बांसवाड़ा के राजेश को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
एथलेटिक्स के अन्तर्गत 400 मीटर दौड़(छात्रा वर्ग) में मॉडल रेजिडेन्शियल पब्लिक स्कूल, ढीकली, उदयपुर की मुन्ना सदाना को प्रथम पुरस्कार तथा आवासीय विद्यालय प्रतापगढ़ की अंगूरबाला को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत 100 मीटर दौड़ – छात्र में मॉडल पब्लिक रेजिडेन्शियल स्कूल, सुरपुर डूंगरपुर के दिनेश रोत को प्रथम एवं खेल छात्रावास, सरदारपुरा, उदयपुर के नवीन खोखरिया को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
100 मीटर दौड़ – छात्रा वर्ग में खेल छात्रावास मधुबन की सुश्री सिम्पल मीणा को प्रथम एवं आश्रम छात्रावास प्रतापगढ़ की सुश्री ममता मीणा को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
200 मीटर दौड़ – छात्र वर्ग में खेल छात्रावास सरदारपुरा उदयपुर के कमलेश डामोर को प्रथम एवं आश्रम छात्रावास उदयपुर के लाडूराम को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
200 मीटर दौड़ – छात्रा वर्ग में आश्रम छात्रावास उदयपुर की मनीषा को प्रथम एवं आश्रम छात्रावास डूंगरपुर की हन्तोक आमलिया को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
तीरंदाजी
तीरंदाजी (रिकर्व) में तीरंदाजी अकादमी खेल गांव उदयपुर के राहुल मीणा को प्रथम एवं खेल छात्रावास लोधा, बांसवाड़ा के शंभूलाल द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
तीरंदाजी (रिकर्व) छात्रा वर्ग में खेल छात्रावास मधुबन उदयपुर की सुश्री रोहिणी मीणा को प्रथम एवं सुश्री तुलसी अहारी को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
तीरन्दाजी (इण्डियन-50 मीटर छात्र) में खेल छात्रावास लोधा बांसवाड़ा के मुकेश मईडा को प्रथम एवं पंकज मईड़ा को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
तीरन्दाजी (इण्डियन-50 मीटर छात्रा) में खेल छात्रावास मधुबन, उदयपुर की सुश्री दीना कलासुआ को प्रथम एवं खेल छात्रावास पुनाली डूंगरपुर की दीपिका परमार को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
तीरन्दाजी (इण्डियन-30 मीटर छात्र) में खेल छात्रावास लोधा, बांसवाड़ा के मुकेश मईड़ा को प्रथम एवं प्रतापगढ़ के सूरजमल मीणा को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
तीरन्दाजी (इण्डियन-30 मीटर छात्रा) में खेल छात्रावास मधुबन उदयपुर की सुश्री दीना कलासुआ को प्रथम एवं ट्विंकल को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।