- September 19, 2016
पुलिस हिरासत में मौत—–थाना प्रभारी सहित दो आरक्षक निलम्बित
रायपुर —–मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जांजगीर-चाम्पा जिले के मुलमुला पुलिस थाने में एक युवक को कथित रूप से हिरासत में लिए जाने के बाद पामगढ़ के सरकारी अस्पताल में उसकी मृत्यु के मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने अधिकारियों को सम्पूर्ण घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच शुरू हो गई है।
डॉ. रमन सिंह ने आज दोपहर राजधानी रायपुर में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर इंडस्ट्रियलिस्ट, ट्रेडर्स एंड एंटरप्रेन्योर्स (ब्राईट) एसोसिएशन की कार्यशाला में शामिल होने के बाद आयोजन स्थल पर स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों से कहा – मुझे कल रात जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, मैंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जांच शुरू करने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रकरण की निष्पक्ष जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ विधि सम्मत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चाम्पा ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में मुलमुला के थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह राजपूत को कल 17 सितम्बर को ही निलम्बित कर दिया था।
उन्होंने आज 18 सितम्बर को मुलमुला थाने के दो आरक्षकों – सुनील ध्रुव और दिलहरण मिरी को भी कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने दो अलग-अलग आदेशों में तीनों निलम्बित पुलिस कर्मियों का मुख्यालय रक्षित केन्द्र जांजगीर निर्धारित किया है।
पुलिस अधीक्षक ने जांजगीर-चाम्पा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को आज 18 सितम्बर को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि प्रकरण की समीक्षा करने और मृतक के शरीर के पंचनामे और मृत्यु के कारणों की जांच के लिए न्यायिक अधिकारी की नियुक्ति की जाए। उन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि ग्राम नरियरा निवासी मृतक सतीश नारंगे (पिता श्री राजाराम सूर्यवंशी) को खूंटीघाट निवासी, नरियारा पावर सब स्टेशन के संचालक देवेन्द्र साहू की शिकायत पर जांच के लिए मुलमुला थाना लाया गया था।
पुलिस अभिरक्षा में उसे स्वास्थ्य केन्द्र पामगढ़ भेजा गया था, जहां चिकित्सा अधिकारी द्वारा मृत घोषित किया गया। स्वास्थ्य केन्द्र पामगढ़ की सूचना पर थाना पामगढ़ में मृत्यु संबंधी मर्ग पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने आगे लिखा है कि मृत्यु पुलिस की अभिरक्षा से संबंधित है। मृतक का शव जांजगीर के पोस्टमार्टम गृह में रखा गया है। उन्होंने मृतक के शव के पंचायतनामा और मृत्यु के कारणों के संबंध में जांच के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट नियुक्त करने का अनुरोध किया है।