• December 27, 2016

पुलिस कमिश्नरेट जयपुर तथा नारायणा हॉस्पिटल के बीच स्वास्थ्य अनुबंध-निःशुल्क शिविर

पुलिस कमिश्नरेट जयपुर तथा नारायणा हॉस्पिटल के बीच स्वास्थ्य अनुबंध-निःशुल्क शिविर

जयपुर, 27 दिसम्बर। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (द्वितीय) श्री महैन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि पुलिसकर्मी विषम परिस्थितियों में लगातार कार्य करते है तथा लगातार कार्य करने के कारण वे तनाव में रहते है ऎसे में उन्हें कई तरह की बीमारियां हो जाती है ऎसे में हैल्थ चैकअप से उनके स्वास्थ्य की बेहतर जांच हो पायेगी। 1

इसी क्रम में जयुपर पुलिस ने नारायणा हॉस्पिटल के साथ मंगलवार को आगामी एक वर्ष का करार किया है। इससे पुलिसकर्मियों की नियमित स्वास्थ्य जांच और उपचार संबंधी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी। कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्री गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य स्तर अच्छा होगा तो वे बेहतर परफोर्मेन्स देने के साथ ड्यूटी पर तनाव का बोझ भी नही रहेगा।

स्वास्थ्य अनुबंध के तहत नारायणा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम नियमित जांच तो करेगी ही साथ ही जरूरत पड़ने पर पुलिसकर्मियों का सरकारी दर पर अस्पताल में इलाज मुहैया करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि लगातार ड्यूटी और तनाव के कारण पुलिस का काम-काज प्रभावित ना हो इसके लिए जयपुर पुलिस ने नारायणा मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के साथ नई पहल की है। इसके तहत पुलिसकर्मियों का नियमित हैल्थ चैकअप होगा व उनका हैल्थ कार्ड बनाया जायेगा तथा सारा डेटा कम्प्यूटराईज्ड़ रहेगा।

पुलिस कमिश्नरेट जयपुर में एक सादा कार्यक्रम में स्वास्थ्य अनुबंध पर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्री गौरव श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किये तथा नारायणा अस्पताल की और से फेसिलिटी डायरेक्टर श्री कार्तिक रामाकृष्णन ने हस्ताक्षर किये। कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों के बनाये जाने वाले हैल्थ कार्ड का विमोचन भी किया गया।

इस अवसर पर नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के जोनल क्लिनिकल डायरेक्टर डॉ. माला ऎरून ने कहा कि तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी जयपुर के पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की देखरेख की जिम्मेदारी मिलना हमारे लिए गौरव की बात है। इसके तहत विभिन्न चरणों में जयपुर पुलिस के दस हजार से ज्यादा जवानों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसके लिए पुलिस कर्मियों के बैच बना कर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे और हर शिविर में 300-400 पुलिसकर्मियां की जांच की जाएगी। जांच करने वाली टीम में दो मेडिकल ऑफिसर, पांच नर्सिंग कर्मचारी, फिजियोथैरेपिस्ट और एक डाइटिशियन शामिल होंगे।

Related post

मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण द्वारा  ₹1,53,000 से राशि बढ़ाकर ₹21,28,800 कर दी है।

मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण द्वारा ₹1,53,000 से राशि बढ़ाकर ₹21,28,800 कर दी है।

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने 2019 में सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले डिप्लोमा छात्र के परिवार…
वकील पराली जलाने से संबंधित किसानों का केस नहीं लड़ेगा

वकील पराली जलाने से संबंधित किसानों का केस नहीं लड़ेगा

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने पर्यावरणीय कारणों का हवाला देते हुए फैसला किया है…
बुनियादी सुविधाओं से जोड़ना होगा स्लम बस्तियों को

बुनियादी सुविधाओं से जोड़ना होगा स्लम बस्तियों को

सीताराम गुर्जर (जयपुर) ——  अपनी ऐतिहासिक इमारतों, विविध संस्कृति और पर्यटक आकर्षणों के लिए राजस्थान की राजधानी…

Leave a Reply