- June 18, 2016
पुलिस अधिकारियों की प्रभावी मॉनिटरिगं से अपराधों में कमी – गृह मंत्री
जयपुर, 18 जून । गृह मंत्री श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की प्रभावी मॉनिटरिगं, सामुहिक प्रयासों और बेहतर समन्वय के चलते पिछले 5 माह में राज्य में सभी श्रेणी के अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है ।
श्री कटारिया ने आज पुलिस मुख्यालय में पुलिस विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपराधों में आई कमी पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि चार जिलों अलवर, बूंदी, बांरा एवं बांसवाड़ा जिलों को छोडकर सभी जिलों में भादस के अन्र्तगत दर्ज प्रकरणों के अपराधों में कमी आई है जिसमें जोधपुर आयुक्तालय में 15 प्रतिशत व जयपुर आयुक्तालय में 11 प्रतिशत सभी अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है।
यद्यपि पुलिस अधिकारियों ने गत दिनों अनेक प्रकार के अपराधियों के गिरोहों को पकड़ा है एवं अपराधों का पर्दाफाश किया है लेकिन थाना स्तर पर आने वाले पीड़ित व आम जन के साथ पुलिसकर्मियों के व्यवहार को लेकर आये दिन शिकायतें आती रहती है जिससे पुलिस की छवि धुमिल होती है, उसमें और सुधार लाने की जरूरत है।
उन्होंने बैठक में मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आह्वान किया कि वे नाबालिगों से दुष्कर्म के अपराधियों को पकड़ने एवं दलितों के विरूद्ध अत्याचारों को रोकने को गम्भीरता से लेते हुए तत्परता से कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। सड़क दुर्घटनाओं में कमी को भी उन्होंने सराहनीय बताया साथ ही निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में उल्लेखनीय प्रयास करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशंसा-पत्रों से सम्मानित किया जाये।
उन्होेंने सड़क दुर्घटनाओं में ओर कमी लाने हेतु अधिकारियों से सुझाव भी मांगे। गृह मंत्री ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्रवाई की जाये। गुमशुदा विशेषकर अव्यस्क बच्चों की दस्तयाबी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जिला समाज कल्याण समिति के साथ समन्वय स्थापित कर सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों का सत्यापन करें व उन्हें छात्रावासों में भी भर्ती करवायें ताकि ऎसे बच्चे अपने परिजनों से बिछड़े हुए हों तो उन तक पहुॅंच सकें। साथ ही अगर अवयस्क बच्चों को अगवा कर उनके शोषण में कोई गैंग सक्रिय हो तो उसे भी पकड़ने हेतु आवश्यक प्रभावी कदम उठायें ।
चोरी के प्रकरणों में त्वरित गिरफ्तारी कर माल बरामदगी सुनिश्चित करने हेतु श्री कटारिया ने महानिदेशक पुलिस श्री मनोज भट्ट को निर्देश दिये कि वे सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को लिखें कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में होने वाली चोरी की वारदात के बाद वारदात का शिकार परिवार व पुलिस घटनास्थल पर एफएसएल की टीम पहुंचने तक उसमें कोई छेड़छाड़ न करें ताकि एफएसएल टीम सही साक्ष्य जुटा सके ।
साइबर अपराधों को रोकने हेतु श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक थाने में जो भी पुलिसकर्मी साइबर अपराधों को पकड़ने हेतु कार्य कर रहा है उन कर्मियों को 3-3 माह की ट्रेनिंग दिलवाई जाये व उसे प्रोत्साहन स्वरूप कुछ अतिरिक्त राशि दी जाये। इस मुद्दे पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्री बी.एल. सोनी ने पेशेवर संस्थानों से प्रशिक्षण दिलवाने का सुझाव दिया।
महानिदेशक पुलिस श्री मनोज भट्ट ने श्री कटारिया को अवगत करवाया कि केन्द्र सरकार विभिन्न राज्यों में साइबर सैल स्थापित करने जा रही है व उन्होंने कहा कि रेंज स्तर पर एक साइबर सैल उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय को लिखा जाएगा। आरपीए के निदेशक श्री ओ.पी. मल्होत्रा ने बताया कि साइबर अपराध रोकने हेतु 400 पुलिसकर्मियों को इस वर्ष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
धार्मिक स्थलों से दुर्लभ व बेशकीमती मूर्तियों की चोरी रोकने हेतु श्री कटारिया ने महानिदेशक पुलिस श्री भट्ट को निर्देश दिये कि वे पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से सभी थाना क्षेत्र में आर्थिक रूप से समृद्ध ट्रस्ट वाले मन्दिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने व सुरक्षा हेतु स्वंय का गार्ड रखवाना सुनिश्चित करें ताकि मन्दिरों से बहुमूल्य मूर्तियों की चोरी की घटनाएं रूक सकें। श्री कटारिया ने कहा कि प्रदेश में धोखाधड़ी से शादी रचा कर कुछ समय बाद ही दुल्हनों द्वारा जेवर व नकदी लेकर भागने के बढ़ते मामलों में उन्होंने संदेह व्यक्त किया कि इसके पीछे कोई गैंग सक्रिय हो सकता है इस पर विशेष टीम लगा कर मध्यस्ता करने वालों पर कार्रवाई की जाये ।
श्री कटारिया ने सभी पुलिस अधीक्षकों द्वारा विभिन्न प्रकार के अपराधों में कार्रवाई, उपलब्धियों, वास्तविक समस्याओं व हालातों के बारे में रेंजों के प्रभारी अतिरिक्त महानिदेशकों से फीडबैक लिया । एक थाने में 5 साल से ज्यादा समय से पदस्थापित पुलिसकर्मियों को उन्हें अन्यत्र थानों में स्थानान्तरण के निर्देश दिये साथ ही कहा कि सभी थाने स्टॉफ सहित सुविधायुक्त हो, इसके प्रयास किये जा रहे है। दागी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के सवाल पर महानिदेशक पुलिस श्री भट्ट ने श्री कटारिया को अवगत कराया कि कानिस्टेबल से लेकर पुलिस निरीक्षक तक के 58 लोगों को छांटा गया है व उनके विरूद्व कार्रवाई की जा रही है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सतर्कता श्री डी.सी. जैन ने बताया कि पुलिसकर्मियों के दागी आचरण की जांच कर गत 5 माह में ही 28 पुलिसकर्मियों को नोकरी से निकाला गया है जबकि पिछले वर्ष 27 लोगों को नोकरी से निकाला गया था। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री ए. मुखोपाध्याय ने सभी रेजों के प्रभारी अतिरिक्त महानिदेशकों से आग्रह किया कि वे रेंज महानिरीक्षकों व जेल के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक कर जेलोें में बन्द बंदियों को पेशी पर ले जाने हेतु चालानी गार्ड व वाहन की व्यवस्था के कार्य को प्राथमिकता से अन्जाम दें।
बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सर्वश्री पी.के. व्यास, सुनील मेहरोत्रा, टी.एल.मीणा, आलोक त्रिपाठी, एम.एल. लाठर, कुमार इन्दु भूषण, हेमंत पुरोहित, पंकज कुमार सिंह, भूपेन्द्र सिंह, महानिरीक्षक पुलिस श्री गोविन्द गुप्ता, श्री गुरू चरण राय, सचिन मित्तल, उप महानिरीक्षक श्री शिव लाल जोशी, श्री एच. राघवेन्द्र सुहासा, श्री हरि प्रसाद शर्मा एवं विशिष्ठ सहायक श्री महेन्द्र पारख आदि उपस्थित थे।