पुनर्मूल्याकंन की शुचिता को बनाये रखें – राज्यपाल

पुनर्मूल्याकंन की शुचिता को बनाये रखें – राज्यपाल

जयपुर- राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्याकंन की शुचिता को बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।

कुलाधिपति श्री सिंह ने प्रदेश के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस सम्बन्ध में पत्र भेजा है। श्री सिंह ने विश्वविद्यालयों से गत दो वर्षो में पुनर्मूल्याकंन हेतु प्राप्त  आवेदन पत्रों की संख्या और पुनर्मूल्यांकन के परिणामों में प्राप्तांकों में औसत वृद्धि का विवरण मांगा है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन व पुनर्मूल्यांकन किये जाने की प्रक्रिया का भी विवरण अपने मत व सुझावों के साथ राज भवन भेजे जाने के लिए कहा है।

पुनर्मूल्यांकन के सम्बन्ध में कुलाधिपति को राज्य के सभी विश्वविद्यालयों की शिकायतें मिल रही है। श्री सिंह चाहते है कि पुनर्मूल्यांकन के बारे में पारदर्शिता के लिए स्पष्ट नीति बनें और मूल्यांकन में हो रही त्रुटियों के लिए जवाबदेही तय हो।

उन्होंने पुनर्मूल्यांकन की उपादेयता व व्यावहारिकता को वर्तमान परिपेक्ष्य के अनुसार परीक्षण किये जाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। कुलाधिपति सभी विश्वविद्यालयों से प्राप्त सूचनाओं पर कुलपति समन्वय समिति की बैठक में चर्चा करेंगे और समस्याओं के समाधान के लिए नीतिगत निर्णय लेंगे।

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