पीलीभीत, कानपुर में पत्रकारों पर हमले व बांदा में किसान को जिंदा जलाना :सपा की अपराधियों के संरक्षण नीति

पीलीभीत, कानपुर में पत्रकारों पर हमले व बांदा में किसान को जिंदा जलाना :सपा की अपराधियों के संरक्षण नीति

लखनऊ 15 जून 2015 – रिहाई मंच ने कहा है कि पत्रकार जगेन्द्र को  राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा के इशारे पर जिंदा जला देने, आरटीआई  कार्यकर्ता गुरू प्रसाद शुक्ला को पीट-पीट कर मार डालने, बांदा में किसान  देवी दयाल को जिंदा जला देने, राज्य मंत्री कैलाश चैरसिया द्वारा आरटीओ  चुन्नी लाल प्रजापति पर थप्पड़ तानने व गंगा में मारकर फेकवा देने की  धमकी, झांसी में अवैध खनन को रोकने वाले तहसीलदार को सपा राज्य सभा सांसद  चन्द्र पाल सिंह यादव द्वारा धमकी, सीतापुर में गैंग रेप में सपा नेता,  बीडीओ और जेई की संलिप्तता, बरेली में अफरोज का अपहरण, पीलीभीत के  पत्रकार हैदर, कानपुर के पत्रकार दीपक मिश्रा समेत बस्ती, मिर्जापुर,रायबरेली में पत्रकारों और उनके परिजनों पर हो रहे हमले साफ कर रहे हैं  सूबे में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। मंच ने कहा कि सूबे को सपा के मंत्री, विधायक और नेताओं ने आपातकाल से भी बत्तर स्थिति में  में पहुंचा दिया है, जहां खुलेआम मुख्यमंत्री तक हत्यारोपितों का सरक्षंण  कर रहे हैं। मंच सपा सरकार के खिलाफ आपातकाल की बरसी पर जीपीओ, लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेगा ।

रिहाई मंच के प्रवक्ता शाहनवाज आलम ने कहा कि जगेन्द्र सिंह की हत्या के  बाद भी हत्यारोपी मंत्री की गिरफ्तारी न करके अपराधियों को खुली छूट दे दी है। इसीलिए जगेन्द्र की हत्या के बाद भी पूरे सूबे मे पत्रकारों,  आरटीआई कायकर्ताओं और आम जनता पर सपाई गुंडे हमलावर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कानपुर में पत्रकार दीपक मिश्र को जहां गोली मारी गई वहीं पीलीभीत में पत्रकार हैदर को पीटने के बाद मोटर साइकिल में बांधकर घसीटकर अधमरा कर देने की घटना ने साबित कर दिया है कि न सिर्फ हत्यारों के हौसले बुलंद  हैं बल्कि वह समाज में दहशत का ऐसा माहौल बना देना चाहते हैं जहां ईमानदार-कर्तव्यनिष्ठ आदमी सच बोलने से भी कतराए। जिस तरीके से बांदा के  सपहाई गुरौली निवासी किसान देवी दयाल को चारपाई में बांधकर जिंदा जला दिया गया और सपा के बड़े नेता हत्यारोपियों का संरक्षण कर रहे हैं तो  वहीं सीतापुर में छात्रा से सामूहिक बलात्कार में सपा के नेता शामिल हैं। जिससे इस बात का अंदाजा लग जाता है कि जिस सरकार पर जनता की सुरक्षा करने  की जिम्मेदारी थी वही जनता पर हमलावर है।

रिहाई मंच नेता राजीव यादव ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार और बरेली निवासी प्रशांत टंडन के घर पर सश़स्त्र गुण्डों द्वारा फायरिंग और उनकी वृद्ध मां को जान से मारने की धमकी और मिर्जापुर निवासी पत्रकार अनुज शुक्ला की पैतृक संपत्ति पर पुलिस की मौजूदगी में जबरन कब्जा करने की सपाई गुंडा तत्वों की कोशिश के खिलाफ कार्रवाई व पत्रकार व उनके परिजनों की जानमाल की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री व डीजीपी को पत्र लिखा है। जिसमें पत्रकार और उनके परिजनों के साथ कुछ भी अप्रिय होने की स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीजीपी जिम्मेदार होंगे कहा गया है।

रिहाई मचं ने पत्रकार जगेन्द्र समेत अन्य पत्रकारों पर हो रहे हमलों केखिलाफ आज दिल्ली में और पूरे देश में हुए विरोध प्रदशनों का समर्थन किया है।

संप्रेषक – शाहनवाज आलम
प्रवक्ता, रिहाई मंच
09415254919

Related post

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

महाराष्ट्र —  ठाणे जिले में एक अदालत में दो सुरक्षा उल्लंघनों के बाद कथित चूक के…
फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…

Leave a Reply