- May 28, 2018
निष्कासन के बाद आरोंपों की झडी
फ़िरोज़ाबाद (विकासपालिवाल)——- फिरोजाबाद जिले में सियासत दिनों दिन गर्माती जा रही है। आने वाले समय में सियासी गर्माहट बढ़ने ही वाली है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह यादव ने सपा से निष्कासित किये जाने के बाद शिवम रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उनके द्वारा कभी भी पार्टी विरोधी कार्य नही किया गया है, न ही कभी कोई अनुशासनहीनता की है। उनके खिलाफ साजिश रचकर और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को गुमराह करके मेरे खिलाफ निष्कासन की कार्यवाही हुई है।
मैने और विधायक जी ने पैंगू गढ़ी में मृतक श्यामवीर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया था जिसका परिणाम मुझे निष्कासन के रूप में मिला। विजय प्रताप ने कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव के कहने पर ही मैंने अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिला पंचायत के चुनाव की तैयारी की थी, लेकिन प्रोफेसर रामगोपाल का पूर्व मंत्री जयवीर सिंह से गुप्त समझौता है।
जयवीर सिंह के शर्त रखने पर कि विजय प्रताप को अध्यक्ष न बनने दिया जाए, लोकसभा चुनाव में गुप्त रूप से अक्षय यादव को समर्थन करने की सहमति पर प्रोफेसर रामगोपाल की स्वीकृति के बाद ही मेरी सदस्यता समाप्त हुई और मुझे जेल जाना पड़ा।
श्यामवीर की मृत्यू पर परिवारीजनों द्वारा जयवीर सिंह और उनके पुत्र द्वारा हत्या में सहयोग करने में मेरा समर्थन भी प्रोफेसर रामगोपाल यादव को रास नही आ रहा था।
क्योंकि वह जयवीर सिंह को नाराज नही करना चाहते थे।
यही वजह है कि वह आज तक मृतक के घर पर सांत्वना देने नही पहुँचे है। लोकसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर उन्होंने कोई टिप्पणी उनके द्वारा नही की गई। जनता के साथ किसी भी तरह से अन्याय होने पर उनके साथ खड़ा रहूंगा। चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े ।