- October 3, 2015
नवजीवन संस्थान का रजत जयंती :शिक्षा, संस्कार व संस्कृति के क्षेत्र में प्रतिभाएं
जयपुुर – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार की शाम जोधपुरा में रजत जयंती समारोह आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में ईश्वरीय प्रेरणा से मानवीयता के लिए समर्पित लोग हमेशा अग्रणी रहते हंै। हमारे राज्य में भगवानसिंह परिहार ऐसे व्यक्तित्व हैं जिन्होंने मौन साधना के रूप में ऐसे कर्म को साधना में व संास्कृतिक क्षेत्र में भी प्रतिभाएं विकसित कर रहे हैं। जोधपुर मारवाड़ विशेष रूप से भामाशाहों की नगरी है। यहां वृद्घों, बच्चों, बालिकाओं और महिलाओं सभी के लिए सेवा के प्रकल्प स्थापित है। उन्होंने बताया कि आई. ए. एस. आरती डोगरा ने बीकानेर जिला कलेक्टर के रूप में निरा़िश्रत बालिकाओं का जीवन संवारने में अहम भूमिका अदा की और हमेशा के लिए एक प्रेरणा भी दी। उन्होंने नगर निगम के महापौर श्री घनश्याम ओझा की ओर से नव जीवन संस्थान को 25 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की।
समारोह में संासद श्री नारायण पंचारिया ने संस्था की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने संासद कोष से 15 लाख रुपए देने की घोषणा की। संासद श्री रामनारायण डूडी ने भी विचार व्यक्त किए तथा 15 लाख रुपए सांसद कोष से प्रदान करने की घोषणा की। वूल बोर्ड अध्यक्ष श्री जसवंतसिंह विश्नोई एवं विधायक श्री जोगाराम पटेल ने भी विचार व्यक्त किए। सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि सेवा की प्रतिमूर्ति श्री भगवानसिंह परिहार ने सेवा के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। नवजीवन संस्थान ने बच्चों, बालिकाओं और वृद्घों को नवजीवन दिया है।
नगर निगम के महापौर श्री घनश्याम ओझा ने कहा कि संस्थान के संस्कार समाज के लिए अनुकरणीय है। यहां के बच्चों को वार्षिक तौर पर राज्य से बाहर भ्रमण करवाना भी इसकी गतिविधि में शामिल है।श्री भगवानसिंह परिहार ऐसे व्यक्तित्व है जिनसे समाज में संस्कारों का प्रसार होता है। समारोह अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री गजसिंह ने कहा कि नवजीवन संस्थान की अनूठी यात्रा व अनूठे व्यक्तित्व के रूप में श्री भगवानसिंह परिहार ने समाज को संस्कारों के नए प्रतिमान दिए हैं।
आरंभ में संस्था प्रभारी श्री भगवानसिंह परिहार ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि संस्थान से बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया अब ऑनलाइन कर दी गई है। इस अवसर पर महात्मा फूले क्रांति ज्योति संस्थान द्वारा श्री भगवानसिंह परिहार का रजत जयंती अवसर पर 25 किलो माला से अभिनंदन किया गया। इस मौके मेजर एस आर असारसा प्रथम शिशु गोद लेने वाले पिता के रूप में उद्गार व्यक्त किए।
आरंभ में बालिकाओं ने दीप मंत्र, सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। बालिकाओं ने ‘दिल ही छोटा सा’ गीत की शानदान प्रस्तुति की। इस अवसर पर उषा खत्री ने संस्थान से ब्यूटी पार्लर कोर्स के बाद प्राप्त अनुभवों पर विचार रखे। मंजू भाटी ने फैशन डिजायनिंग कोर्स करके संस्थान के संबंध में विचार रखे। संस्थान के श्री राजेन्द्र परिहार द्वारा संपादित स्मारिका का अतिथियों ने लोकार्पण किया।
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