- January 7, 2017
थाना प्रबंधको व चौकी प्रभारियों से परीक्षा—एसपी बालन ०००००० महिला कोच कब आएगी
झज्जर/ बहादुरगढ़(पत्रकार गौरव शर्मा)—- झज्जर के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक सतीश बालन ने कार्यभार संभालने ही शुक्रवार को झज्जर जिले के सभी थाना प्रबंधको व चौकी प्रभारियों सहित सभी अनुसंधान अधिकारियों की कार्यकुशलता के संबंध में एक लिखित परीक्षा ली। जिसमे अधिकारियों के मानसिक एवं शारीरिक कार्यकुशलता का आकलन भी किया गया । विशेष रूप से पुलिस लाइन में आयोजित इस दक्षता परीक्षा में अलग अलग तरह के सवाल पूछे गए थे । जिनमें सामान्य ज्ञान, ला एन्ड आर्डर तथा मुकदमों के अनुसंधान से संबंधित सवाल शामिल थे । लिखित परीक्षा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अधिकारियों को योग्यता के हिसाब से काम:-
लिखित परीक्षा में जिला में तैनात करीब 150 अनुसंधान अधिकारी शामिल हुए। परीक्षा में सामान्य ज्ञान से लेकर मुकदमों की जांच-पड़ताल व कानून व्यवस्था के संबंध में 80 सवाल पूछे गए थे। एसपी बालन ने बताया कि लोगों के लंबे अरसे से चल रहे केसों को सुलझाने के लिए एक होनहार योग्य टीम तैयार की जा रही है। परीक्षा के परिणाम के बाद अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंप दी जाएगी।
अखाड़ा महिला कोच कब आएगी-बुल्लड़ पहलवान
महिला कोच लगाने पर ध्यान दे सरकार———- बहादुरगढ़ शहर के गांव सांखोल में अखाड़ा का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें बेटियों की मेहनत को सलाम करने से पीछे नही हटे ये नागरिक पार्षद सत्यप्रकाश, प्रोफ़ेसर जयवीर सिंह और डॉ हरबीर राठी आदि ने पत्रकार वार्ता में कहा कि अखाड़ा में बेटियों की कुश्ती और प्रैक्टिस को देख दंग रह गए।
बेटियां किसी भी मामले में बेटो से कम नही हैं। बेटियों के लिए हम हर संभव मदद के लिए तैयार है। उन्होंने अखाड़ा संचालक बुल्लड़ पहलवान को बधाई दी। कुश्ती में बेटियां पदक ला रही है, देश का नाम कर रही है। वही अखाड़ा संचालक समाज सेवी बुलड़ पहलवान ने कहा कि सरकार ने फ़िल्म दंगल के प्रोमोसन में ध्यान न देने की बजाए जिला झज्जर समेत हरियाणा के प्रत्येक ब्लॉक व गाँव में महिला कोच की सुविधा कर दे तो हरियाणा गोल्ड मैडल में कभी पीछे नही रहेगा। साथ ही बुल्लड़ पहलवान ने कहा कि मुख्यमन्त्री समेत खेल मंत्री जी का ध्यान महिला कोच, पहलवानों को उपयोगी सामग्री, मैट आदि पर आकर्षित किया है।
बुल्लड़ पहलवान ने बताया कि अगर इसी तरह पहलवानों की अनदेखी रही तो वो दिन दूर नही जब ओलंपिक में पदक के लिए भारत का खाता खुलना भी मुश्किल है। क्योंकी हरियाणा का पहलवान हमेशा से ही देश की शान रहा है। चाहे खेल प्रतियोगिता हो या सरहद पर दुश्मनों के साथ लड़ाई। हरियाणा हमेशा से ही देश का गौरव रहा है।
इस अवसर पर संदीप देशवाल, ढिल्लू, मंदीप राणा, मनजीत छिल्लर, रोहताश, बागड़ी, प्रदीप, मोनू, रत्न, काला पहलवान,रोहित मांडौठी, अजय दलाल, अत्रे पहलवान आदि मौजूद रहे।