- August 13, 2015
तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों के लिए शिक्षा सहयोग और शिक्षा प्रोत्साहन योजना
रायपुर (छतीसगढ) – तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य लघु वनोपज व्यापार एवं विकास सहकारी संघ के माध्यम से शिक्षा सहयोग और शिक्षा प्रोत्साहन योजना का संचालन किया जा रहा है।
शिक्षा सहयोग योजना के अंतर्गत पिछले वित्तीय वर्ष 2014-15 की छात्रवृत्ति के रूप में 26 हजार 707 छात्र-छात्राओं को कुल 3 करोड़ 20 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 की प्रथम तिमाही मेें जून माह तक 21 हजार 491 छात्र-छात्राओं को 2 करोड़ 57 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। शिक्षा सहयोग योजना के तहत कक्षा नवमीं से बारहवीं अथवा आई.टी.आई. में पढ़ने वाले बच्चों को 600 रूपए प्रति छात्र-छात्रा के मान से प्रत्येक छह महीने में छात्रवृत्ति के रूप में दिए जाते हैं।
इसके अलावा तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार के मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए ‘शिक्षा प्रोत्साहन योजना’ प्रारंभ की गई है। इसके अंतर्गत प्रत्येक प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति क्षेत्र में व्यावसायिक कोर्स जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, विधि, एम.बी.ए. नर्सिग आदि में से किसी में प्रवेश लेने वाले एक विद्यार्थी का चयन कर प्रथम वर्ष में रूपये 10 हजार तथा पश्चातवर्ती वर्ष में रूपये 5000 प्रतिवर्ष अधिकतम चार वर्षों में रूपये 25 हजार तक छात्रवृत्ति दी जाती है। बस्तर क्षेत्र में बी.एस.सी. (नर्सिंग) कोर्स में प्रवेश लेने वाले अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों हेतु संख्या की कोई बाध्यता नहीं है। वर्ष 2014-15 में 182 छात्र-छात्राओं को 15 लाख रूपए का भुगतान किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2012-13 से गैर व्यावसायिक कोर्स जैसे बी.ए., बी.एस-सी. आदि किसी में प्रवेश लेने वाले एक छात्र व एक छात्रा को प्रत्येक समिति में प्रथम वर्ष में रूपये 5000 एवं द्वितीय वर्ष में रूपये 4000 तथा तृतीय वर्ष में रूपये 3000 अर्थात् कुल 3 वर्षों में रूपये 12 हजार रूपये अनुदान राशि उपलब्ध करायी जाती है। वर्ष 2014-15 में 723 छात्र-छात्राओं को 33 लाख 31 हजार रूपए का भुगतान किया गया।
तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार के प्रतिभाशाली बच्चों के लिये शिक्षा प्रतिभाशाली योजना वर्ष 2013-14 से तेन्दूपत्ता संग्राहकों के समस्त प्रतिभाशाली बच्चों जो कि कक्षा 10 वीं तथा कक्षा 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने पर उनकों कक्षा 10वीं में रूपये 15 हजार तथा कक्षा 12वीं में रूपये 25 हजार का पुरस्कार दिया जा रहा है।
मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार के तहत प्रत्येक प्राथमिक वनोपज समिति क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष कक्षा 8वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को रूपये 2000, कक्षा 10वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को रूपये 2500 तथा कक्षा 12वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को रूपये 3000 पुरस्कार राशि दी जाती है। यह पुरस्कार छात्र तथा छात्रा वर्ग के लिये पृथक-पृथक दिये जाते है। वर्ष 2014-15 में दो हजार 814 छात्र-छात्राओं को 70 लाख 94 हजार रूपए का भुगतान किया गया।