- October 26, 2017
तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ पशुधन प्रदर्शनी
झज्जर/बहादुरगढ़ (गौरव शर्मा) हरियाणा के राज्यपाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी झज्जर में आरंभ होने वाली तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी-2017 का शुक्रवार को शुभारंभ करेंगे।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि तीन दिन चलने वाले इस आयोजन में हरियाणा में पशुधन की सर्वश्रेष्ठ नस्लों का प्रदर्शन होगा।
दुध उत्पादन बढ़ाने की विदेशी तकनीक होगी पशुधन मेले में आकर्षण का केंद्र
पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल प्रतिदिन दो करोड़ 46 लाख लीटर दुध का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। जो कि देश में तीसरे नंबर पर है ।
उन्होंने स्वंय और विभागीय अधिकारियों को साथ लेकर दुनिया के अग्रणी दुध उत्पादक देशों ईजरायल, न्यूजीलैंड,आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों का अध्ययन दौरा किया। दौरे में दुध उत्पादन, दुधारू पशुओं को वैज्ञानिक तरीके से रखरखाव, कम कीमत में पौष्टिक चारे की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली।
—ईजरायल की तर्ज पर बढा़एंगे दूध उत्पादन
पशु पालन मंत्री ने कहा कि ईजरायल में प्रति पशु 32 लीटर तथा न्यूजीलैंड में लगभग साढे 16 लीटर प्रति पशु दुध देते हैं वहीं हरियाणा में प्रति पशु दुध उत्पादन मात्र 6.8 लीटर है। फिलहाल पशु पालन एवं डेयरिज विभाग का लक्ष्य प्रदेश में प्रति पशु दुध उत्पादन प्रति दस लीटर तक पंहुचाना है। प्रदेश में लगभग 36 लाख दुधारू पशु हैं अगर दस लीटर प्रति पशु का लक्ष्य हासिल करने में सफल होते हैं तो प्रदेश दुध उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा।
— प्रदेश भर से पंहुचेंगे श्रेष्ठ पशु व पशुपालक
मंत्री ने कहा कि तीन दिवसीय पशु प्रदर्शनी में प्रदेश भर से हजारों की सख्यां में श्रेष्ठ पशुधन झज्जर में पंहुचेंगे। तीन दिन तक पशु पालकों पशुधन मेले में दुध उत्पादन, पशुओं के बेहतर रख-रखाव संबंधित अहम जानकारी मिलेगी। श्री धनखड़ ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रदर्शनी के 29 अक्टूबर को होने वाले समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे।
कार्यक्रम की रूप-रेखा को सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि यह अपने आप में एक अनूठा आयोजन है। इसके तीनों दिन आकर्षण का केंद्र रहेंगे। प्रदेश व आस-पास के प्रदेशों से पशुपालक इस कार्यक्रम में पशुधन की अच्छी नस्लों से रूबरू होने का अवसर प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि अच्छी नस्ल के पशुओं के साथ-साथ पशुपालन से जुड़े कार्य जैसे चारा प्रबंधन, मौसम का प्रभाव व अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए सेमिनार भी आयोजित होंगे।