- April 30, 2015
जोधपुर शहर में बढ़ते भू-जल का खतरा
जयपुर -जोधपुर सांसद श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने संसद सत्र के दौरान जोधपुर शहर में बढ़ते भूजल एवं पानी के साथ निकलने वाले फाइन सेण्ड आर्टिकल्स के कारण लगातार बनने वाली केवेटी व उससे उत्पन्न हुए खतरें से बचाने के लिए जियोलॉजी, भूजल व इसरो विभाग तथा और अन्य विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की एकीकृत टीम बनाकर सर्वे किये जाने हेतु केन्द्र सरकार से निवेदन किया।
सांसद श्री शेखावत ने संसद में बताया कि जोधपुर शहर में भू-जल की समस्या लगातार बढ़ रही है, कई जगहों पर तो भू-जल का स्तर 5 से 8 फीट तक है। रोजाना जलदाय विभाग द्वारा लगभग 150 ट्यूबवेल का इस्तेमाल कर शहर में भूजल के स्तर को मेनटेन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में भी आई.आई.टी. रूड़की की एक टीम ने शहर में बढ़ते भू-जल स्तर का सर्वे किया था। टीम ने भी अपने सर्वे में बताया था कि इस भूजल से पानी के साथ जो फाइन सेण्ड आर्टिकल्स निकलते है, उनके कारण से लगातार केवेटी बन रही है।
श्री शेखावत ने नेपाल में आये भूकम्प का हवाला देते हुए कहा कि इस भूकम्प के बाद उत्तर भारत को भी हाई रिस्क जोन में रखा गया है तथा जिस तरह भूगर्भीय प्लेटें खिसकी है, जोधपुर शहर भी खतरे के दायरें में आ गया है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि भूजल, जियोलॉजी व इसरो विभाग तथा देश के अन्य भूजल विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की एकीकृत टीम बनाकर शहर में लगातार बढऩे वाले भूूजल की समस्या का सर्वे करवाकर स्थायी समाधान किया जाए।