- February 26, 2015
जिस व्यक्ति के लिए बनी उस तक पहुचाना हमारी जिम्मेदारी
जयपुर- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार द्वारा योजनाऐं जिस व्यक्ति के लिए बनी उस तक उसका लाभ पहुचाना हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को साल भर का कलेण्डर बनाकर समय पर क्रियान्वयन किया जायेगा। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री सुदर्शन सेठी भी उपस्थित थे।
डॉ. चतुर्वेदी बुधवार को बिडला ऑडिटोरियम मे छात्रावास संचालन एवं प्रवधन हेतु सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के समस्त जिला अधिकारी,लेखा कर्मी,छात्रावास अधीक्षक एवं लिपिक तथा राज्य की समाज कल्याण क्षेत्र मे कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं का एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला के समापन कार्यक्रम को संम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा समाज के शोषित एवं पीडित लोगों को राहत पहुचाने के लिए रोडमेप तैयार किया जा रहा है। उन्होने कहा कि छात्रावासों की व्यवस्थाओं मे सुधार लाने के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। जहॉ पद रिक्त है वहा सेवा निवृत व शिक्षा विभाग के शिक्षकों को अतिरिक्त भत्ते देकर छात्रावास वार्डन पद पर लगाया जायेगा।
उन्होने छात्रावास अधीक्षकों का आव्हान किया कि छात्रावास मे रह रहे बच्चो के साथ गार्जियन की भूमिका निभाकर उन्हे अच्छे चरित्र व संस्कार देने के साथ सफाई के प्रति प्रेरित करने एवं उनकी शारिरीक क्षमता को बढ़ाने के लिये छात्रावासों में खेलकूद प्रतियोगिता व प्रार्थना आदि गतिविधि नियमित आयोजित की जाये। जिससे बच्चों को सर्वागीण विकास हो सकें।
डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि आज भी राज्य मे कई जिलों में अच्छे छात्रावास है वहा जाने से सुकुन मिलता है लेकिन कुछ स्थानों पर ऐसे छात्रावास जहा जानवरो का रहना भी मुश्किल होता है इसलिए हम सबको टीम भावना से आगामी छ माह मे 50 प्रतिशत छात्रावासों मे वेेहतर व्यवस्थायें कर आदर्श छात्रावास बनाने के प्रयास करने है। उन्होने वार्डनों को निर्देश दिये कि बच्चो के लिये सरकार द्वारा दी जा रही सभी सुविधाओं को बेहतर ढंग़ उपलब्ध करायें।
डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि विभाग द्वारा एक साल से लंंबित 4.50 लाख छात्रर्वृिंत्तयॉ प्रकरणों मे 84 प्रतिशत प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है।
स्वयंसेवी संस्थायें शोषित व वंचित वर्ग के लिये मन से काम करें
इस अवसर पर डॉ. चतुर्वेदी ने समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों मे कार्यरत स्व्यंसेवी संस्थाओं का आव्हान किया कि वे समाज से वंचित पिछडे व शोषित लोगों के लिए मन से काम कर प्रतिभाओं को निखार कर आगे लाने का काम करें। उन्होने कहॉ कि समाज सेवा के कार्यो के लिए राज्य सराकर स्वयंसेवी संस्थाओं को पूरा सहयोग देती रहेगी।
इसलिए जिस उद्देश्य को लेकर स्वयं सेवी संस्था का गठन किया उसको मन से पूरा करने का प्रयास होना चाहिये। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा विशेष योग्यजनों, नशा मुक्ति, नवजीवन, विमंदित, बच्चों, बुजुर्गो के कल्याण के लिये अच्छे सुझाव दिये उन पर अमल मे लाने का पूरा प्रयास किया जायेगा।
आमुखीकरण कार्यशाला मे निदेशक श्री अम्बरीष कुमार ने कहा कि पूरे दिन छात्रावासों के बेहतर प्रबंधन के लिए प्राप्त समस्याओं को जिलेवार छात्रावास अधीक्षकों से सुना गया। उन्होने बताया कि विभाग की योजनाओं को सरलीकरण किया जा रहा है।
उन्होने विश्वास दिलाया कि 6 माह मे राज्य के 50 प्रतिशत छात्रावासों को आदर्श छात्रावास बनाने के प्रयास किये जायेगें। उन्होने बताया कि आगामी शिक्षा सत्र मे छात्रावासों मे प्रवेश के लिये ऑन लाईन आवेदन लिये जायेगें। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं की समास्याओं के समाधान के लिए वार्षिक कलेण्डर तैयार कर प्राप्त प्रस्तावों को समय पर भारत सरकार को भिजवाये जायेगें।
आमुखीकरण कार्यशाला मे अतिरिक्त निदेशक श्री हरसहाय मीणा ने छात्रावासों को दिये जाने बजट, सुविधायें, खाने के मीनू,साफ सफाई आदि पर विस्तार से जानकारी दी ।इसी तरह अतिरिक्त निदेशक श्री मनीष गोयल ने छात्रावास अधीक्षकों के दायित्व व कर्तव्य से अवगत कराया।
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