- July 7, 2018
जिला कारागार का दौरा – 1028 विचाराधीन व सजायाफ्ता बंदी : सोनल गोयल
झज्जर———– उपायुक्त सोनल गोयल ने दुलीना स्थित जिला कारागार का दौरा किया तथा बंदियों के लिए स्किल कम प्रोडक्शन सेंटर, नर्सरी एवं वर्मी कंपोस्ट यूनिट तथा सिलाई एवं कढ़ाई केंद्र का उद्घाटन किया।
इस दौरान जेल में बंदियों को मिलने वाली सुविधाएं व रसोई में जाकर खान-पान आदि का भी उपायुक्त ने निरीक्षण किया। उपायुक्त के आगमन पर जिला कारागार के बंदियों की संगीत मण्डली ने देशभक्ति से ओत-प्रोत गीत भी सुनाए।
उपायुक्त ने कारागार परिसर मेें रिलायंस के सीएसआर के तहत दो लाख रुपए से संगीत केंद्र विकसित कराने की बात कही। साथ ही जिला प्रशासन के सांझी मदद कार्यक्रम के तहत जिलावासियों से कारागार परिसर में बनी लायब्रेरी के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
उपायुक्त ने स्किल कम प्रोडक्शन सेंटर में बंदियों से रूबरू होते हुए कहा कि जब भी आप यहां से बाहर निकले तो आप जीवन में एक सकारात्मक सोच के साथ समाज में अपना योगदान करें।
उन्होंने कहा कि भारतीय दण्ड संहिता, दण्ड प्रक्रिया संहिता व भारतीय न्याय तंत्र को दुनिया की न्याय प्रणालियों में से एक माना गया है। आपके जीवन में सकारात्मकता पैदा करने के लिए ही स्किल कम प्रोडक्शन सेंटर खोला गया है। बीसीसीआई के सहयोग से इस सेंटर में बंदियों को फुटवियर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बहादुरगढ़ फुटवियर डेवल्पमेंट सोसायटी इस केंद्र की औद्योगिक तथा साथ ही इस परिसर में कम्प्यूटर, इलैक्ट्रानिक, कलाकृति तैयार करना तथा कुर्सी बुनने का प्रशिक्षण केंद्र भी है। कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने बंदियों को फल भी वितरित किए।
श्रीमती सोनल गोयल ने महिला बंदियों के वार्ड में सिलाई एवं कढ़ाई केंद्र का रिबन काटकर शुभारंभ किया। यह केंद्र जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित किया जाएगा। उन्होंने केंद्र में प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं को इस केंद्र के लिए शुभकामनाएं दी।
महिला बंदियों ने भी इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए उपायुक्त का आभार जताया। उपायुक्त ने कारागार परिसर में नर्सरी एवं वर्मी कंपोस्ट यूनिट का भी शुभारंभ तथा एलो वेरा नर्सरी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर महिला बंदियों के लिए नींबू-चम्मच दौड़ का भी आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने विजेता प्रतिभागीयों को सम्मानित भी किया। उपायुक्त ने कारागार परिसर में बनी लायब्रेरी, टेली कॉलिंग सेंटर, रसोई में बंदियों के लिए बनाए जाने वाले खान-पान की जांच की, ब्रेड तैयार करने वाली यूनिट का अवलोकन करने के साथ-साथ बंदियों की समस्याओं को भी सुना।
कारागार अधीक्षक दयानंद मंदोला ने उपायुक्त का जेल परिसर में पहुंचने पर स्वागत किया और कारागार नियमावली के अनुसार बंदियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी। बंदियों के रचनात्मक कार्यों से भी उपायुक्त को अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि झज्जर जिला कारागर में करीब 1028 विचाराधीन व सजायाफ्ता बंदी है।
उपायुक्त सोनल गोयल ने कारागार परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर सीएमजीजीए निषिता बनर्जी, उप कारागार अधीक्षक अनिल कुमार, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी नीरज कुमार, रेडक्रास सचिव वाजिद अली, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी लतिका, बीसीसीआई की ओर से सुभाष जग्गा, यूनिफायर्स के निदेशक विक्रांत अबरोल, बीएफडीएस के प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर अनूप कुमार आदि भी उपस्थित थे।