- January 19, 2016
जहां चुनावों में सबसे अधिक युवा सरपंच
चण्डीगढ़ – हरियाणा में अब युवा सरपंच पंचायत की कमान सम्भालेंगे, जहां चुनावों के पहले दो चरणों में सबसे अधिक युवा सरपंच चुनकर आए हैं, जिनकी औसतन आयु राज्य चुनाव आयोग के ई-डैसबोर्ड के अनुसार 34 वर्ष आंकी गई है। वहीं अब तक राज्य के मेवात जिला में सबसे कम औसतन 28 वर्ष आयु के सरपंच चुने गये हैं। इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार की शिक्षा व अन्य शर्तों के कारण युवाओं ने पंचायत चुनावों में अपनी गहरी रूचि दिखाई हैं।
राज्य के पंचायत चुनावों के पहले चरण में अंबाला जिला में चुने गये सरपंचों की औसतन आयु 37 वर्ष, भिवानी में 38 वर्ष, फरीदाबाद में 38 वर्ष, फतेहाबाद में 36 वर्ष, गुडगांव में 35 वर्ष, हिसार में 36 वर्ष, झज्जर में 37 वर्ष, जींद में 36 वर्ष, कैथल में 34 वर्ष, करनाल में 35 वर्ष, कुरुक्षेत्र में 35 वर्ष, महेन्द्रगढ़ में 36 वर्ष, पलवल में 34 वर्ष, पंचकूला में 35 वर्ष, पानीपत में 36 वर्ष, रेवाड़ी में 37 वर्ष, रोहतक में 38 वर्ष, सिरसा में 35 वर्ष, सोनीपत में 38 वर्ष और यमुनानगर में औसतन 36 वर्ष है। राज्य में पंचायत चुनावों के पहले चरण में स्नातक या उससे अधिक की शैक्षणिक योग्यता वाले कुल 264 सरपंच हैं, जिनमें अम्बाला से 19, भिवानी से 18, फरीदाबाद में 17, फतेहाबाद से 10, गुडग़ांव से 7, हिसार से 12, झज्जर से 10, जींद से 11, कैथल से 14, करनाल से 11, कुरुक्षेत्र से 16, महेन्द्रगढ़ से 14, मेवात से 7, पलवल से 18, पंचकूला से 4, पानीपत से 8, रेवाड़ी से 23, रोहतक से 10, सिरसा से 13, सोनीपत से 6 और यमुनानगर से 16 सरपंच हैं। इसी प्रकार, 12वीं पास 344 सरपंच, 10वीं पास 1552 सरपंच और 8वीं पास 416 सरपंच चुने गये हैं। पहले चरण के पंचायत चुनावों में 1061 महिलाएं सरपंच पद के लिए चुनी गई हैं, जिनमें अम्बाला से 53 सरपंच, भिवानी से 69, फरीदाबाद में 46, फतेहाबाद से 48, गुडग़ांव से 31, हिसार से 45, झज्जर से 50, जींद से 40, कैथल से 59, करनाल से 60, कुरुक्षेत्र से 72, महेन्द्रगढ़ से 52, मेवात से 31, पलवल से 55, पंचकूला से 22, पानीपत से 29, रेवाड़ी से 71, रोहतक से 28, सिरसा से 60, सोनीपत से 48 और यमुनानगर से 92 महिला सरपंच हैं। राज्य में पंचायत चुनावों के पहले चरण में कुल 1515 पुरुष सरपंच पद के लिए चुने गये, जिनमें अम्बाला से 73 सरपंच, भिवानी से 123, फरीदाबाद में 70, फतेहाबाद से 68, गुडग़ांव से 44, हिसार से 73, झज्जर से 84, जींद से 71, कैथल से 72, करनाल से 80, कुरुक्षेत्र से 94, महेन्द्रगढ़ से 76, मेवात से 34, पलवल से 79, पंचकूला से 39, पानीपत से 36, रेवाड़ी से 118, रोहतक से 40, सिरसा से 69, सोनीपत से 74 और यमुनानगर से 98 पुरुष सरपंच हैं। राज्य के पंचायत चुनावों के दूसरे चरण में अंबाला जिला में चुने गये सरपंचों की औसतन आयु 37 वर्ष, भिवानी में 38 वर्ष, फतेहाबाद में 35 वर्ष, गुडगांव में 39 वर्ष, हिसार में 35 वर्ष, झज्जर में 37 वर्ष, जींद में 33 वर्ष, कैथल में 35 वर्ष, करनाल में 36 वर्ष, कुरुक्षेत्र में 39 वर्ष, महेन्द्रगढ़ में 37 वर्ष, पलवल में 33 वर्ष, पंचकूला में 37 वर्ष, पानीपत में 35 वर्ष, रेवाड़ी में 41 वर्ष, रोहतक में 36 वर्ष, सिरसा में 37 वर्ष, सोनीपत में 38 वर्ष और यमुनानगर में भी औसतन 38 वर्ष है। राज्य में पंचायत चुनावों के दूसरे चरण में स्नातक या उससे अधिक की शैक्षणिक योग्यता वाले कुल 219 सरपंच हैं, जिनमें अम्बाला से 23, भिवानी से 13, फतेहाबाद से 5, गुडग़ांव से 12, हिसार से 11, झज्जर से 10, जींद से 13, कैथल से 6, करनाल से 9, कुरुक्षेत्र से 9, महेन्द्रगढ़ से 21, मेवात से 11, पलवल से 8, पंचकूला से 2, पानीपत से 7, रेवाड़ी से 14, रोहतक से 9, सिरसा से 13, सोनीपत से 4 और यमुनानगर से 19 सरपंच हैं। इसी प्रकार, 12वीं पास 243 सरपंच, 10वीं पास 1165 सरपंच और 8वीं पास 337 सरपंच चुने गये हैं। दूसरे चरण के पंचायत चुनावों में 810 महिलाएं सरपंच पद के लिए चुनी गई हैं, जिनमें अम्बाला से 55 सरपंच, भिवानी से 50, फतेहाबाद से 23, गुडग़ांव से 54, हिसार से 55, झज्जर से 50, जींद से 44, कैथल से 29, करनाल से 46, कुरुक्षेत्र से 42, महेन्द्रगढ़ से 57, मेवात से 46, पलवल से 34, पंचकूला से 22, पानीपत से 25, रेवाड़ी से 43, रोहतक से 19, सिरसा से 39, सोनीपत से 22 और यमुनानगर से 55 महिला सरपंच हैं। राज्य में पंचायत चुनावों के दूसरे चरण में कुल 1154 पुरुष सरपंच पद के लिए चुने गये, जिनमें अम्बाला से 73 सरपंच, भिवानी से 72, फतेहाबाद से 30, गुडग़ांव से 71, हिसार से 66, झज्जर से 66, जींद से 60, कैथल से 41, करनाल से 55, कुरुक्षेत्र से 75, महेन्द्रगढ़ से 89, मेवात से 67, पलवल से 42, पंचकूला से 43, पानीपत से 40, रेवाड़ी से 61, रोहतक से 28, सिरसा से 60, सोनीपत से 31 और यमुनानगर से 84 पुरुष सरपंच हैं।