जनपद स्तर पर महिला संरक्षण केन्द्र स्थापित — मुख्यमंत्री

जनपद स्तर पर महिला संरक्षण केन्द्र स्थापित — मुख्यमंत्री

भोपाल (बिन्दु सुनील)———–मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं के लिये प्रदेश में जनपद स्तर पर महिला संरक्षण केन्द्र स्थापित किये जायेंगे। यह केन्द्र राज्य सरकार और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से संचालित होंगे।

भविष्य में जमीनों के पट्टे महिलाओं के नाम पर ही दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना में बेटियों को स्मार्ट फोन दिये जायेंगे। श्री चौहान आज बैतूल में नर्मदा महिला संघ के 15वें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।CM-Betul-Adhivetion

उन्होंने इस मौके पर संघ के सभी समूहों को राष्ट्रीय आजीविका योजना से जोड़ने और 3 साल के लिये 40 करोड़ की सहायता देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शीघ्र ही विधानसभा में दुराचारी व्यक्ति को फाँसी देने के प्रावधान करने के लिये कानून पेश किया जायेगा और उसे पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को चल-अचल सम्पत्ति का स्वामी बनाया जायेगा और जमीन का पट्टा महिलाओं के नाम हो, यह भी प्रयास किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि महिलाओं की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये सरकार ने व्यवस्था की है। सामान्य बीमारी में 2 लाख रुपये तक का इलाज राज्य बीमारी सहायता कोष से करवाया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों के 12वीं बोर्ड परीक्षा में 85 प्रतिशत नम्बर आने और उनका सिलेक्शन पीएमटी, पीईटी, लॉ, नर्सिंग और पॉलीटेक्निक में होने पर उनकी फीस सरकार वहन करेगी।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राही को एक लाख 20 हजार रुपये और शौचालय बनाने के लिये 12 हजार रुपये दिये जायेंगे। हितग्राही स्वयं श्रम करेगा तो उसे मनरेगा से राशि भी दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने नर्मदा महिला संघ से सामूहिक विवाह योजना में सहभागिता निभाने और गाँवों को नशामुक्त करने का अभियान चलाने को कहा। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के 5 किलोमीटर के अन्दर की सभी शराब दुकानें बंद करने का निर्णय लिया गया है।

श्री चौहान ने संघ द्वारा 255 गाँव में 872 समूह बनाने और 11 हजार 836 परिवारों को जोड़ने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात की भी प्रशंसा की संघ ने घरेलू हिंसा के विरुद्ध भी प्रभावी अभियान चलाया है। उन्होंने बताया कि मलबरी और रेशम के कार्य में होशंगाबाद और बैतूल की 4,500 महिलाएँ जुड़ी हैं और उन्होंने सतपुड़ा रेशम उत्पादन लिमिटेड बनाया है।

स्वतंत्र रूप से शिल्प का कार्य शुरू कर अनुकरणीय काम कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि बैतूल में हर माह महिलाओं की जन-सुनवाई का आयोजन किया जाये।

मुख्यमंत्री ने बैतूल पुलिस के समर्थ संगनी कार्यक्रम पर आधारित फोल्डर का विमोचन किया। कार्यक्रम को संघ की अध्यक्ष श्रीमती सेवन्ती बाई ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, विधायक श्री हेमंत खण्डेलवाल, नगरपालिका अध्यक्ष श्री अल्केश आर्य भी उपस्थित थे।

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