- April 11, 2016
चोपना क्षेत्र के 110 बंगाली परिवार को पुनर्वास
राजेश पाण्डेय—————- बैतूल जिले के ग्राम सालीवाड़ा में जिला-स्तरीय अंत्योदय मेले में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने चोपना क्षेत्र के 110 बंगाली परिवार को पुनर्वास पट्टों का वितरण किया। उन्होंने चोपना को उप तहसील का दर्जा देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने 48 हजार 103 हितग्राही को विभिन्न योजना में 76 करोड़ 75 लाख रूपए की राशि से लाभांवित किया। इस दौरान उन्होंने 103 करोड़ रूपए की लागत वाले 81 कार्य का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने 43 हितग्राही को वनाधिकार-पत्रों का वितरण किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बंगाली परिवारों के बच्चों के लिये क्षेत्र के स्कूलों में बंगाली भाषा को तीसरी भाषा के रूप में शामिल किया जाएगा। इस भाषा को पढ़ाने के लिए बंगाली शिक्षा के जानकार युवकों को अतिथि शिक्षक के रूप में रोजगार से भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने 15 हजार से अधिक हितग्राही को आवासीय पट्टों का वितरण किया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही शत्-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को आवासीय पट्टों का वितरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने 14 अप्रैल से संचालित होने वाले ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के दौरान गाँव-गाँव में ग्रामसभाओं का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान महिलाओं को रोजगार से जोडक़र सशक्त बनाने के भी प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले की अधूरी सड़कें शीघ्र पूरी की जायेंगी। कपिल धारा के कुओं में स्थाई विद्युत कनेक्शन देने का कार्य भी चरणबद्ध तरीके से पूरा कराया जाएगा।
जिले में लघु, मध्यम एवं वृहद बांध बनाकर हर खेत में सिंचाईं का पानी उपलब्ध कराने के सरकार के परिणाममूलक प्रयास होंगे। उन्होंने आगामी दिनों में किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज की बजाय दस प्रतिशत कम ऋण वापसी पर ऋण देने की योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जो जहाँ रह रहा है, उसे वहीं नियमानुसार पट्टा दिया जाएगा। आगामी वर्ष 2022 तक प्रदेश में कोई भी गांव का व्यक्ति बिना मकान के नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री की घोषणाएँ
मुख्यमंत्री ने घोड़ाडोंगरी में आईटीआई प्रारंभ करने, 20 करोड़ 30 लाख रूपए की लागत से चोपना में जलाशय, चिचोली के पास बलाईमाल में 11 करोड़ 17 लाख की लागत से जलाशय निर्माण, गढ़हा मध्यम जलाशय योजना के लिये 227 करोड़ रूपए की राशि मंजूर करने एवं शाहपुर क्षेत्र में माचना नदी पर 6 श्रृंखलाबद्ध स्टाप डेम निर्माण करवाने की भी घोषणा की। वहीं भौंरा से फोफल्या तक 45 करोड़ की लागत से 30 किमी सडक़ निर्माण, डेहरी-आमढाना मार्ग पर 10 करोड़ की लागत से नांदिया घाट पर पुल निर्माण की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि जिले में 40 करोड़ व्यय कर अस्थाई विद्युत कनेक्शनों को स्थाई किया जाएगा। ग्राम बरजोरपुर में 33/11 केवी सब स्टेशन निर्माण करवाने, प्रस्तावित गढ़हा मध्यम जलाशय से 13 करोड़ की लागत से 106 गांवों में सामूहिक पेयजल योजना प्रारंभ करवाने, शाहपुर महाविद्यालय में विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय प्रारंभ करने, ग्राम धपाड़ामाल में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा रिसोर्ट बनवाने, चिचोली में बस स्टेण्ड निर्माण एवं हाउस फॉर ऑल योजना अंतर्गत 100 मकानों का निर्माण करवाने, हीरापुर रेशम केन्द्र का उन्नयन, मुलताई स्थित ताप्ती उद्गम कुण्ड को प्रदूषण मुक्त एवं स्वच्छ बनाने, छोटा महादेव (भोपाली) को पर्यटन स्थल घोषित करने, ग्रामीणों की मांग पर ग्राम कुण्डीखेड़ा में विद्युतीकरण करवाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आगामी डेढ़ माह के अंदर जिले में फौती नामांतरण एवं बंटवारे का अभियान चलाकर निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम उदय से भारत उदय अभियान पर आधारित तैयार की गई जिले की पुस्तिका का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी मंत्री श्री सरताज सिंह, सांसद श्रीमती ज्योति धुर्वे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मंगलसिंह धुर्वे ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, बैतूल विधायक श्री हेमंत खण्डेलवाल, मुलताई विधायक श्री चन्द्रशेखर देशमुख, आमला विधायक श्री चैतराम मानेकर, भैंसदेही विधायक श्री महेन्द्र सिंह चौहान सहित स्थानीय जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में हितग्राही मौजूद थे।