- January 10, 2022
चुनावी सरगर्मी से कोरोना की तीसरी लहर तेज
उत्तर प्रदेश में बीते माह शुरू हुई चुनावी सरगर्मी से कोरोना की तीसरी लहर तेज हो गई है। प्रदेश में हर दिन आधा फीसदी संक्रमण की दर बढ़ रही है। जबकि एक्टिव केस का ग्राफ सात हजार तक पहुंच गया है। ऐसे में चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि रैलियां भले स्थगित हैं, लेकिन हर स्तर पर सावधानी की जरूरत है।
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर दिसंबर में शुरू हुई। एक दिसंबर को संक्रमण की दर 0.004 फीसदी रही, जो 31 को 0.13 फीसदी पर पहुंची। ऐसे में राज्य परामर्शदाता समिति का तर्क था कि फरवरी के मध्य में लहर पीक पर पहुंचेगी, लेकिन जनवरी में इसकी गति तेज हो गई। हर दिन संक्रमण की गति दोगुनी हो गई है। इसकी मूल वजह दिसंबर के अंतिम सप्ताह में हुई चुनावी रैलियां मानी जा रही हैं।
चुनाव आयोग की ओर से संक्रमण की गति को देखते हुए रैलियों पर रोक लगा दी गई हैं। आयोग 15 जनवरी को समीक्षा करेगा। इसमें संक्रमण की गति का आकलन किया जाएगा।
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड प्रोटोकॉल के पालन अब भी सही से नहीं हुआ तो तीसरी लहर समय से पहले आ सकती है।
संक्रमण व एक्टिव केस की स्थिति
दिनांक — संक्रमण दर — एक्टिव केस
6 जनवरी — 1.58 फीसदी — 8224
7 जनवरी — 1.92 फीसदी — 12327
8 जनवरी — 2.90 फीसदी — 18551
9 जनवरी — 3.45 फीसदी — 25974
राज्य परामर्शदाता समिति के अध्यक्ष प्रो. आरके धीमान का कहना है कि अच्छी बात यह है कि तीसरी लहर में वायरस ज्यादा खतरनाक साबित नहीं हो रहा है। चुनाव आयोग 15 जनवरी को समीक्षा करेगा।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन
केजीएमयू के प्रभारी संक्रमण रोग नियंत्रण यूनिट के प्रो. डी हिमांशु का कहना है कि पिछले दिनों हुई चुनावी गतिविधियों का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि रैली पर रोक लगी है। देखना यह होगा कि इस रोक से संक्रमण की दर में कितनी गिरावट होती है। अभी तक के जो हालात है, उससे जनवरी के अंतिम अथवा फरवरी के पहले सप्ताह तक तीसरी लहर का पीक हो सकता है। ऐसे में हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।