घास है तो बाघ हैं ! कान्हा टाइगर रिजर्व

घास है तो बाघ हैं ! कान्हा टाइगर रिजर्व

एशिया के सर्वश्रेष्ठ टाइगर रिजर्व में से एक कान्हा के मुख्य आकर्षण हैं बाघ। बाघों को पर्याप्त मात्रा में स्वस्थ शाकाहारी जानवर उपलब्ध होते रहे इसके लिए कान्हा कोर जोन के 8 प्रतिशत भाग को घास मैदान के रूप में विकसित किया गया है। घास मैदान विस्थापित वन ग्रामों में हैं। Tiger

राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन कुशल वैज्ञानिक प्रबंधन द्वारा घास मैदान विकसित करता है। चराई के बहुत दबाव के कारण किसी विशेष घास मैदान के बिगड़ने पर उसे चेनलिंक फेंसिंग से घेरकर चराई रोक दी जाती है और नए तैयार मैदान की फेंसिंग हटा दी जाती है। दो-तीन वर्षा ऋतु के बाद ऐसे क्षेत्र में फिर अच्छी घास उगने लगती है। अगर मैदान अधिक बिगड़ जाता है तो पहले हल द्वारा जुताई कर अच्छी गुणवत्ता की घास लगायी जाती है। संरक्षित क्षेत्र में उगी खरपतवार को प्रबंधन द्वारा सितम्बर माह में जड़ से उखाड़कर अलग कर दिया जाता है।

Related post

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

महाराष्ट्र —  ठाणे जिले में एक अदालत में दो सुरक्षा उल्लंघनों के बाद कथित चूक के…
फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…

Leave a Reply