- January 10, 2016
गुड़गांव विकास कार्यों की समीक्षा :- मुख्यमंत्री
मुस्कान योजना लगभग 1500 बच्चें मुक्त
भिखारियों की संख्या पर भी चिंता
माता मंदिर के पीछे खाली पड़ी जमीन में बाल गृह बनाने को स्वीकृति
चंडीगढ़ – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज अचानक गुड़गांव पहुंचकर शहर की सफाई व्यवस्था तथा सड़कों की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नगर निगम कार्यालय में आयोजित बैठक में गुड़गांव में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र में सफाई के लिए तीन मशीनें खरीदी गई है जो 18 जनवरी को आ जाएंगी। इसके अलावा, एक मशीन किराए पर ली जाएगी। इन चारों मशीनों से प्रतिदिन 120 किलोमीटर सड़कों की सफाई रात के समय करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने गुड़गांव में पार्को के रख-रखाव के बारे में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पार्कों की बाऊंडरी ठीक करवाकर उसका रख-रखाव रैजीडेंट वैल्फेयर एसोसिएशनों को सौंपे। बैठक में गुड़गांव में बढ़ रही भिखारियों की संख्या पर भी चिंता व्यक्त की गई जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भिखारियों को प्रशिक्षण देकर उनके पुर्नवास की व्यवस्था की जानी चाहिए। पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि पुलिस द्वारा एक जनवरी से 15 फरवरी तक मुस्कान योजना का दूसरा चरण चलाया जा रहा है और इस अभियान के पहले चरण में लगभग 1500 बच्चों को मुक्त करवाया गया था।
उपायुक्त टी.एल. सत्यप्रकाश के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने अनाथ बच्चों के लिए शीतला माता मंदिर के पीछे खाली पड़ी जमीन में बाल गृह बनाने को स्वीकृति दी। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा गुड़गांव में सफाई व्यवस्था, सड़कों की मरम्मत, शहर का सौन्दर्यकरण, बिजली आपूर्ति भरोसेमंद बनाने, ठोस कचरा प्रबंधन, पेयजल आपूर्ति, सिवरेज व्यवस्था,पार्किंग, स्टॉर्म वाटर की निकासी, सिटी बस सेवा, पार्किंग पॉलिसी व विज्ञापन पॉलिसी बनाने, ट्रैफिक व्यवस्था, कानून व्यवस्था, उद्यमी- श्रमिक संबंधो आदि के बारे में लोक निर्माण मंत्री तथा स्थानीय विधायको की उपस्थिति में अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की गई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि गुड़गांव हरियाणा प्रदेश का चेहरा है और राज्य सरकार गुड़गांव की अच्छी तस्वीर विश्व पटल पर प्रस्तुत करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने विभाग से संबंधित जिम्मेदारी को समझे और स्वयं कमियों को दूर करने का गंभीरता से प्रयास करे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार की तरफ से यहां के अधिकारियों को पूरा सहयोग मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि मैं किसी को जिम्मेदार नही ठहराऊंगा बल्कि अधिकारियों को स्वयं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन निष्ठा के साथ करना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने विभाग से संबंधित कार्यो की सूची बनाएं और उन्हें पूरा करने के लिए प्राथमिकताएं तय करते हुए टारगेट निर्धारित करें। उन्होंने ये भी कहा कि अगली बार जब वे आएंगे तो आज की बैठक में लिए गए निर्णयों पर हुई कार्यवाही की समीक्षा भी करेंगे। उन्होंने आज की बैठक की कार्यवाही का विवरण भी उनके पास भेजने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हुडा तथा नगर निगम अपने अपने क्षेत्रों में सड़कों की मरम्मत तथा सौन्दर्यकरण के कार्य करवाएं। मुख्यमंत्री ने आज गुड़गांव में पुरानी दिल्ली रोड़, धनचरी कैंप, शीतला माता रोड़, राजीव नगर , सिंकदरपुर, सैक्टर-17 व 18 , डीएलएफ क्षेत्र आदि का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा भी लिया। इस दौरान गुड़गांव के उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश, अतिरिक्त उपायुक्त विनय प्रताप सिंह तथा पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क उनके साथ थे।
गुड़गांव के लोक निर्माण विश्राम गृह में आए जहां पर उनका हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, गुड़गांव के विधायक उमेश अग्रवाल, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, भाजपा के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चौहान आदि ने स्वागत किया। यहां पर मुख्यमंत्री ने विचार-विमर्श करके नगर निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया। गुड़गांव नगर निगम से संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां सड़को की मरम्मत या लेयर चढ़ाने की आवश्यकता है, उसकी सूची तैयार करके काम पूरे करने की समय सीमा निर्धारित करें।
गुड़गांव नगर निगम के आयुक्त एवं उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश ने मुख्यमंत्री को बताया कि हाल ही में धनचरी कैंप में गड्डे भरवाकर घास लगाने का कार्य शुरू किया गया है। इसके बाद वहां की लैंड स्के पिंग तथा छोटे छोटे गेट लगाकर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़को की मरम्मत करवाते समय सैंट्रल वर्ज को भी ठीक करवाएं और उस पर मिट्टी खुली छोड़ने की बजाय उस पर गोल मोटी गोल रोड़ी डलवाएं। उन्होंने पिछली बार उनकी अध्यक्षता में आयोजित बैठक मे लिए गए निर्णयों पर की गई कार्यवाही के बारे में भी अधिकारियों से जवाब मांगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठनों, बैंक, पीएसयू , होटल , कंपनियों आदि को अपने भवनो के सामने सफाई की जिम्मेदारी दें। इसी प्रकार, गुड़गांव में कार्यरत विभिन्न उद्योगों, कंपनियों तथा संगठनों मेें मुख्य सड़कों की दूरी विभाजित करके उसका सौन्दर्यकरण व रख-रखाव करने की जिम्मेदारी भी दी जाए और इसके लिए उनके बीच स्पर्धा करवाकर अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत भी किया जाए।
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि नजफगढ़ ड्रैन की तरफ से बादशाहपुर नाले की सफाई का कार्य करवाया जा रहा है जिससे इस साल बरसात के मौसम में पानी निकासी में 50 से 60 प्रतिशत सुधार आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पानी निकासी मे रूकावट वाले 25-30 स्थानो की पहचान भी की जा चुकी है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने गुड़गांव मे सिटी बस सेवा की समीक्षा भी की। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने आपसी सद्भाव से उद्यमी-श्रमिक झगड़ों का निपटारा करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने गुड़गांव शहर के लिए पार्किंग पॉलिसी तथा विज्ञापन पॉलिसी भी तैयार करने की हिदायत दी।
चंडीगढ़ – गुड़गांव शहर में बिजली आपूर्ति के लिए स्मार्ट ग्रिड प्रौजेक्ट के प्रथम चरण के लिए ड्रॉन मैपिंग करवा ली गई है और इसका टैंडर फरवरी माह में जारी कर दिया जाएगा। इसके तहत आने वाले क्षेत्र में बिजली की लाइनें अंडरग्राऊंड की जाएंगी।
अगले 6 महीने में गुड़गांव में 3 से 5 मेगावाट बिजली रूफटॉप पैनल लगाकर सौर ऊर्जा से तैयार करने का लक्ष्य है। इसके तहत सबसे पहले निरवाना कंट्री को लिया गया है जहां पर घरों पर रूफटॉप पैनल लगने से 200 किलोवाट बिजली तैयार होगी। यह जानकारी आज गुड़गांव के विकास कार्यों के लिए आयोजित एक समीक्षा बैठक, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल कर रहे थे, में दी गई।