• October 11, 2018

गन्नौर की 600 एकड़ की मण्डी पाईप लाईन में —- मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़

गन्नौर की 600 एकड़ की मण्डी पाईप लाईन में —-  मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़

चण्डीगढ————— हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार चार बड़ी मंडियां स्थापित करने जा रही है जिसमें ——–गन्नौर की 600 एकड़ की मण्डी पाईप लाईन में है।

————-गुरुग्राम में रियो-डी-जेनेरिया की फ्लोरा अंतर्राष्ट्रीय मण्डी के सहयोग से फूलों की एक मण्डी स्थापित की जाएगी जिससे एनसीआर में फूलों की जरूरत को पूरा किया जाएगा।

———सोनीपत में मसालों की मण्डी तथा ———–

—-पिंजौर में 250 एकड़ क्षेत्र पर सेब मण्डी स्थापित की जाएगी।

श्री धनखड़ गुरुग्राम में वल्र्ड यूनियन ऑफ होलसेल मॉर्केट (व्योम) की कॉन्फ्रेंस के प्रथम सत्र के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि यह विश्व स्तरीय कॉन्फ्रेंस देश में पहली बार आयोजित की जा रही है जिसमें किसानों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखकर विभिन्न निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

श्री धनखड़ ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में 19 देश सीधे तौर पर भाग ले रहें हैं जिनमें चीन, स्पेन, मैक्सिको, पोलेंड, सर्बिया, अमेरिका इत्यादि के प्रतिनिधि आए हैं। इसके अलावा, विभिन्न देशों के राजदूत कार्यालयों के प्रतिनिधि भी इस कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इस विश्व स्तरीय कॉन्फ्रेंस में भारत के विभिन्न राज्य जैसे कि आंध्र प्रदेश, असम, उड़ीसा, गोआ, जम्मू कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि होलसेल मण्डी कृषि के क्षेत्र में किसान और उपभोक्ता के बीच एक ईंजन का काम करती है और हम सभी को इस ईंजन को आधुनिक बनाना है क्योंकि यदि हम होलसेल बाजार को आधुनिक रूप से विकसित कर पाएंगे तो किसानों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका कल्याण किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में एक्सपै्रस-वे पर लगभग 2000 करोड़ रुपये का कृषि उत्पादों का बाजार है। इसी प्रकार, कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) पर पंचग्राम नामक योजना के तहत पांच नए बड़े शहर बसाने की योजना है जिसमें कृषि के उत्पादों के बाजार तलाशने की संभावनाएं हैं।

पत्रकारवार्ता के दौरान व्योम के चेयरमैन श्री जैंगजुंग मा, जो चीन के हैं, ने बताया कि भारत और चीन पड़ोसी देश हैं और वे पहली बार भारत आए हैं।

उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोप और जापान की होलसेल मार्केट काफी आधुनिक हैं लेकिन चीन और भारत के बाजार इन बाजारों की तुलना में काफी पीछे हैं। उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के विकास और उत्थान में होलसेल मार्केट महत्वपूर्ण भूमिका रखती है और आज गुरुग्राम में हरियाणा सरकार ने होलसेल मार्केट में काम करने वाले लोगों को एक अच्छा मंच प्रदान किया है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के साथ-साथ हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने इस कार्य को करवाने का जो बीड़ा उठाया है वह प्रसंशनीय है और इससे हरियाणा के किसानों व उपभोक्ताओं को काफी लाभ प्राप्त होगा।

चेयरमैन ने कहा कि हम कृषि उत्पादों के वितरण में कैसे बेहतर कर सकते हैं इस पर विचार करना होगा और उन्हें लगता है कि यह कॉन्फ्रेंस ऐसे विचारों और अनुभवों को सांझा करने के लिए एक उत्तम मंच है।

उन्होंने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस के पश्चात उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारत में होलसेल मार्केट अवश्य अपग्रेड होगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों के अलग-अलग अनुभव होते हैं कुछ लाभ के लिए होते हैं तो कुछ किसानों और उपभोक्ताओं के कल्याण के लिए होते हैं। इसी कड़ी में चीन की होलसेल मार्केट प्रबंधन टीम लाभ लेने के लिए लगातार कार्य कर रही है और यह सफ ल कार्य भारत को एक आदर्श सीखने का अनुभव प्रदान कर सकती है।

पत्रकारवार्ता के दौरान व्योम के निदेशक श्री जे एस यादव ने बताया कि दुनिया में दो प्रकार के होलसेल बाजार हैं, एक यूरोप के बाजार और दूसरा एशिया का बाजार और दोनों की स्थितियां अलग-अलग है।

उन्होंने बताया कि व्योम के बोर्ड ने निर्णय लिया है कि अगले पांच वर्षों में विकसित होलसेल बाजार अविकसित होलसेल बाजारों का सहयोग करेेंगे। इसके अलावा, भारत के डिजीटलीकरण के साथ-साथ ई-नाम जैसे बड़े सिस्टम का किस प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयोग किया जाए, इस ओर आगे बढऩा होगा।

उन्होंने कहा कि यदि सुधारों की बात की जाए तो एशिया के सुधार अलग प्रकार के हैं और किसानों को ध्यान में रखकर सुधार किए जाते हैं। इसी प्रकार, मंडियों का सुधार भी कानूनों को ध्यान में रखकर किया जाए। उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक में विभिन्न निर्णय एशिया और भारत की स्थितियों के अनुसार किए गए हैं।

खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और खाद्य सामग्री इत्यादि पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि चीन में वर्ष 2020 तक खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और खाद्य सामग्री इत्यादि पर कानून बनाकर लागू कर दिया जाएगा। इसी प्रकार, भारत को भी अभी इस क्षेत्र में बहुत काम करना है।

इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामलाल मार्कण्डे, उड़ीसा के सहकारिता मंत्री श्री सूर्या नारायण पात्रो, हरियाणा मॉर्केटिंग बोर्ड की चेयरपर्सन श्रीमती कृष्णा गहलावत, गोआ के मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन श्री प्रकाश, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधु तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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