खरीफ फसलों की खेती: शून्य ब्याज दर : 2 हजार 437 करोड़ 81 लाख रूपए का ऋण

खरीफ फसलों की खेती: शून्य ब्याज दर : 2 हजार 437 करोड़ 81 लाख रूपए का ऋण

रायपुर (छतीसगढ)  राज्य सरकार ने इस बार खरीफ फसलों की खेती के लिए प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से शून्य ब्याज दर पर लगभग दो हजार 437 करोड़ 81 लाख रूपए का ऋण वितरित किया है। इन समितियों में सदस्य के रूप में शामिल दस लाख 40 हजार 114 किसानों को इसका लाभ मिला है। इस वर्ष खरीफ मौसम के दौरान ऋण वितरण का लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है।

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक (अपैक्स बैंक) के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस बार खरीफ के मौसम में दो हजार 450 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण बांटने का लक्ष्य था। पिछले माह तक इस लक्ष्य के विरूद्ध 99.50 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर ली गई। उन्होंने बताया कि पिछले साल छत्तीसगढ़ के किसानों को राज्य शासन की योजना के तहत खरीफ फसलों की खेती के लिए मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर 2300 करोड़ रूपए लक्ष्य के विरूद्ध 2103 करोड़ रूपए के अल्पकालीन कृषि ऋणों का वितरण किया गया था। इसकी तुलना में इस वर्ष के खरीफ में वितरित राशि 335 करोड़ रूपए ज्यादा है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की बजट घोषणा के अनुरूप प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष 2014-15 से खरीफ तथा रबी फसलों की खेती के लिए ब्याज मुक्त ऋण देने की शुरूआत की गई है। अधिकारियों ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों से सम्बद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में खरीफ ऋणों का वितरण हर साल एक अप्रैल से 30 सितम्बर तक ऋण वितरण का प्रावधान है। इसके बाद एक अक्टूबर से 31 मार्च तक रबी फसलों के लिए ऋण वितरण किया जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रबी फसलों के लिए इस वर्ष किसानों को 650 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण देने की घोषणा की है। सहकारी समितियों में रबी के लिए ऋण वितरण शुरू हो गया है।

अपेक्स बैंक के अधिकारियों के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में खरीफ 2014 के लिए सर्वाधिक 650 करोड़ 89 लाख रूपए का ब्याज मुक्त ऋण जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के अंतर्गत पांच जिलों – रायपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद और धमतरी में वितरित किया गया है। इन जिलों के दो लाख 27 हजार 197 किसानों को इसका लाभ मिला है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग से सम्बद्ध तीन जिलों – दुर्ग, बेमेतरा और बालोद में कुल 524 करोड़ 97 लाख रूपए का ब्याज मुक्त ऋण एक लाख 81 हजार किसानों को दिया गया है।

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक राजनांदगांव द्वारा दो जिलों – कबीरधाम और राजनांदगांव के एक लाख 66 हजार 314 किसानों को 369 करोड़ 76 लाख रूपए का ऋण खरीफ फसलों के लिए दिया गया है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बिलासपुर से सम्बद्ध जिलों – मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर-चाम्पा और कोरबा तथा बैंक की पंडरिया शाखा को मिलाकर इस बार खरीफ के लिए दो लाख 89 हजार किसानों को 469 करोड़ 81 लाख रूपए का ब्याज मुक्त ऋण वितरित किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जगदलपुर (बस्तर) से सम्बद्ध सात जिलों – कोण्डागांव, बस्तर (जगदलपुर), नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर की सहकारी समितियों में खरीफ 2014 के लिए 65 हजार किसानों को 205 करोड़ 43 लाख रूपए का ऋण उपलब्ध कराया गया है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सरगुजा से सम्बद्ध चार जिलों – कोरिया, सरगुजा (अम्बिकापुर), सूरजपुर और बलरामपुर-रामानुजगंज की सहकारी समितियों में इस दौरान 69 हजार 123 किसानों को 136 करोड़ 87 लाख रूपए का ब्याज मुक्त ऋण दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस अवधि में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायगढ़ से सम्बद्ध दो जिलों – जशपुर तथा रायगढ़ की समितियों में 42 हजार 483 किसानों को 80 करोड़ रूपए का ऋण वितरित किया गया है। ब्याज मुक्त खरीफ ऋण वितरण की लक्ष्य पूर्ति में प्रतिशत की दृष्टि से जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सरगुजा ने 124.44 प्रतिशत, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जगदलपुर ने 114.13 प्रतिशत,  जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर ने 108.48 प्रतिशत, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बिलासपुर ने 102.13 प्रतिशत, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायगढ़ ने सौ प्रतिशत और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक राजनांदगांव ने 88.04 प्रतिशत और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग ने 87.50 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है।

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