खजुराहो नृत्य समारोह 2015

खजुराहो नृत्य समारोह 2015

खजुराहो नृत्य समारोह 2015 का शुभारंभ दीप्ति ओमचेरी भल्ला द्वारा मोहिनी अट्टम नृत्य की प्रस्तुति के साथ हुआ। इसके बाद पद्मिनी कृष्णन एवं द्रौपदी प्रवीण द्वारा कुचिपुड़ी एवं भरत नाट्यम युगल की प्रस्तुति दी गई।Back of Devi Jagadamba temple. Khajuraho, Madhya Pradesh, India नृत्य समारोह में मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार एवं प्रदर्शनी-अलंकरण का आयोजन भी किया गया है। इसके साथ आंध्र प्रदेश की प्रदर्शनकारी कलाओं की कला यात्रा-‘नेपथ्य’, ललित कलाओं का मेला- ‘आर्ट मार्ट’, देशज कला परंपरा का मेला ‘हुनर’ लगाया जा रहा है। समारोह में कलाकार और कलाविदों का संवाद-कलावार्ता भी खास आकर्षण का केंद्र है। समारोह में अतिथियों ने 10 अलंकरण पुरस्कार का वितरण किया।

समारोह का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक कुं. विक्रम सिंह नाती राजा, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता सिंह, संस्कृति संचालक श्रीमती रेनू तिवारी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर किया।

 

22 फरवरी

 

समारोह के तीसरे दिन 22 फरवरी को अरूपा लाहिरी द्वारा भरत नाट्यम, सुश्री भट्टाचार्य, अनुस्वा मजूमदार, राजेश एवं राकेश सांईबाबू द्वारा कथक एवं मयूरभंज छाउ की प्रस्तुति की जायेगी। रानी करर्णा एवं साथियों द्वारा कथक समूह की प्रस्तुति होगी।

23 फरवरीश्री रविन्द्र खुराना द्वारा ओडिशी, शिवानी सेठिया, तृष्णा कुमारी एवं जेसन पटेल द्वारा कथकत्रयी तथा शैलजा एवं साथियों द्वारा कुचिपुड़ी समूह की प्रस्तुति होगी।

24 फरवरीApsaras and mithuna, Kadariya-Mahadeva temple. Khajuraho, Madhya Pradesh, India

सुश्री वी. अनुराधा सिंह, राजेन्द्र चतुर्वेदी द्वारा कथक युगल, यशोदा राव ठाकुर द्वारा देवदासी नृत्य तथा शुभदा बराडकर एवं साथियों द्वारा ओडिशी समूह की प्रस्तुति दी जायेगी।

25 फरवरी

श्री जय किशोर एवं पद्यवानी मोसलिकंटी द्वारा कुचिपुड़ी युगल, सोनाली महापात्र द्वारा ओडिसी एवं टिकेन सिंह-प्रोग्रेसिव आर्ट लेबोरेटरी द्वारा मणिपुरी समूह की प्रस्तुति दी जायेगी।11

26 फरवरी

समारोह के अंतिम दिन सुश्री अलाख्या पुंजाला द्वारा कुचिपुड़ी, सुनंदा बैनर्जी, अपूर्वा मोहन एवं मीनल सेजवान द्वारा ओडिशी-भरतनाट्यम-कथक की तथा कुमिदनी लाखिया-कदम्ब द्वारा कथक समूह की प्रस्तुति दी जायेगी।

समारोह प्रतिदिन शाम 7 बजे से शुरू हो रहा है। समारोह का आयोजन राज्य शासन के संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी और मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् द्वारा किया जा रहा है।

वीरेन्द्र सिंह गौर

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