• February 4, 2016

कृषि संस्कृति को फिर से स्थापित करने की जरूरत- जयेश जोशी

कृषि संस्कृति को फिर से स्थापित करने की जरूरत- जयेश जोशी
उदयपुर –  

भारत में खेती को कभी भी केवल आजीविका का आधार नहीं माना गया, बल्कि दीर्घ काल से ये संस्कृति का अटूट हिस्सा बनी रही है. लेकिन जमीन की जुताई-बुवाई और फसल कटाई तक के सारे क्रम में उत्सवों का सिलसिला अब ख़त्म हो रहा है. इस कृषि संस्कृति को फिर से स्थापित करने की जरूरत है, तभी समस्त मानव जाति का पोषण करने वाले कृषक को भी अन्नदाता के रूप में पहचान और प्रतिष्ठा मिल सकेगी। VAAGDHARA -1
ये कहना है दक्षिणी राजस्थान की अग्रणी सामाजिक संस्था वागधारा (वोलियंटरी एसोसिएशन फॉर एग्रीकल्चर जनरल डेवलपमेंट हेल्थ एंड रिकंस्ट्रक्शन अलायन्स) के सचिव जयेश जोशी का. वे आज यहां एक निजी होटल में डॉक्यूमेंट्री फिल्म सच्ची खेती की स्क्रीनिंग के अवसर पर मीडिया और स्थानीय विशिष्ट जनों को सम्बोधित कर रहे थे. 
 
उन्होंने कहा कि बाजार आधारित खेती और वायदा कारोबार के इस दौर में किसान और खेती की प्राथमिकताओं तथा हितों को दरकिनार कर केवल मुनाफे की सोच को बढ़ावा देना बेहद चिंताजनक है. क्योंकि इससे कृषि-चक्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और इसी का नतीजा है कि जमीन को माँ मानने वाला किसान उससे धीरे-धीरे दूर हो रहा है. 
 
डॉक्यूमेंट्री फिल्म सच्ची खेती सही मायनों में समेकित खेती के मॉडल पर ही आधारित है जिसमें केस स्टडीज के माध्यम से दर्शाया गया कि ग्रास रूट पर ईमानदार तथा सतत प्रयासों से खेती-बाड़ी छोड़ रहे किसानों को प्रेरित कर उनकी सोच बदली गई. इस बदली सोच से दो बड़े बदलाव देखने को मिले, पहला जमीन बंजर होने से बची और दूसरा किसान की बेहतर होती जिंदगी के कारण गावों से शहरों की ओर होने वाले पलायन पर भी रोक लगी.    
इस अवसर पर महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी के वाइस चांसलर प्रोफेसर परमेन्द्र दशोरा ने उन्नत कृषि के जरिए ज्यादा से ज्यादा कृषकों को जोड़ने पर बल दिया। कार्यक्रम को वागधारा के अध्यक्ष बृजमोहन दीक्षित, नाबार्ड के सीजीएम सुकांत साहू और डब्ल्यूएचएच की कंट्री डायरेक्टर सुश्री निवेदिता ने भी सम्बोधित किया। फिल्म स्क्रीनिंग में सामाजिक कार्यकर्ता, प्रगतिशील किसान और वरिष्ठ मीडियाकर्मी भी मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन वागधारा संस्था के कार्यक्रम समन्वयक पीएल पटेल ने किया। 
 
डॉ. संजय मिश्र 
मीडिया को ऑर्डिनेटर- वागधारा 
9829558069

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